भक्त पता नहीं किस मिट्टी के बने है
— पता नहीं किस सृजनहार ने रचा है इन जाहिलों को,पशु बनाना था,धोखे से इंसान बन गए! — आप सरकार चलाते हैं, देश नही— पहले डिजिटल का नारा दिया और…
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— पता नहीं किस सृजनहार ने रचा है इन जाहिलों को,पशु बनाना था,धोखे से इंसान बन गए! — आप सरकार चलाते हैं, देश नही— पहले डिजिटल का नारा दिया और…
हृदय की पवित्रता, मानसिक सरलता और आंतरिक संवेदनशीलता हमारी यात्रा के अंतिम साधन बन सकते हैं। मौलिक रूप से, सादगी एक मानसिक स्थिति को इंगित करती है, जिसे फिर जीवन…
सोशल मीडिया की वजह से गलत खबर, फेक न्यूज, अफ़वाह, अभद्र भाषा आदि समाज में फैल गए है जो हर सेकंड व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से वायरल…
किसान को बीबी-बच्चों के साथ सड़को पर आने को मजबूर किया. किसान की एक ही पहचान है और वह है खेत और खलिहान. रहम खाईये प्रधानमंत्री-रहम खाईये प्रधानमंत्री-रहम खाईये फतह…
बदलते परिवेश में एकल परिवार बुजुर्गों को घर की दहलीज से दूर कर रहें है. बच्चों को दादी- नानी की कहानी की बजाय पबजी अच्छा लगने लगा है, बुजुर्ग अपने…
-कमलेश भारतीय किसान आंदोलन के बीच और खासतौर पर ट्रैक्टर परेड के बीच नये मुद्दे हैं अभिनेता सोनू सूद और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा । किसानों…
-कमलेश भारतीय अखबारों में दो मुद्दे किसान आंदोलन के बीच उछले हैं । मुख्य मुद्दा देश का किसान आंदोलन है लेकिन इसके बीच बदायूं के निकट एक गांव के मंदिर…
–कमलेश भारतीय आंदोलनकारी किसानों और सरकार के बीच तीन कृषि कानूनों को लेकर आठ दौर की बातचीत हो चुकी और नतीजा अगली तारीख । क्या इन बैठकों का कोई फायदा…
नए बरस का पैगाम अब जबकि हम नए बरस 2021 में प्रकट हो ही चुके हैं तो इस दफा इसकी आड़ में कुछ ज्ञान पेलने का काम किया जाए। बहुत…
-कमलेश भारतीय कभी सोचा या देखा कि दिल्ली की सभी सीमाओं पर आंदोलनकारी किसान कैसे ज़िंदगी बिता रहे हैं ? कभी इसे दिखाने की कोशिश गोदी मीडिया ने नहीं की…