Category: हिसार

रंगमंच पर जाति का खेल: कितना जायज़?

कला का काम समाज को जागरूक करना है, उसकी विविधताओं को सम्मान देना है, और उस आईने की तरह बनना है जिसमें हर वर्ग खुद को देख सके। लेकिन जब…

हरियाणा में विकास की दोहरी सौगात: यमुनानगर में पावर प्लांट और हिसार में एयरपोर्ट टर्मिनल की रखी जाएगी आधारशिला

गुरुग्राम/हिसार/यमुनानगर, 13 अप्रैल — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2025 को हरियाणा में दो महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। उनका यह दौरा राज्य में ऊर्जा और एविएशन इंफ्रास्ट्रक्चर को…

प्रधानमंत्री 14 अप्रैल को महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं का करेंगे विधिवत शुभारंभ, मुख्यमंत्री ने लिया तैयारी का जायजा

चंडीगढ़, 13 अप्रैल- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को हिसार के महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं का विधिवत से शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने…

“जयंती का शोर, विचारों से ग़ैरहाज़िरी” – “मूर्ति की पूजा, विचारों की हत्या” – “हाथ में माला, मन में पाखंड”

बाबा साहेब की विरासत पर सत्ता की सियासत, जयंती या सत्ता का स्वार्थी तमाशा? बाबा साहब के विचारों—जैसे सामाजिक न्याय, जातिवाद का उन्मूलन, दलित-पिछड़ों को सत्ता में हिस्सेदारी, और संविधान…

सरकारी स्कूलों को बन्द करने की बजाय उनका रुतबा बढ़ाये …………

भारत में सरकारी स्कूल सामाजिक समानता और शिक्षा के अधिकार के प्रतीक हैं, लेकिन बजट कटौती, ढांचागत कमी और शिक्षकों की अनुपलब्धता ने इनकी साख गिराई है। हरियाणा इसका ताजा…

तलवंडी राणा के ग्रामीणों ने लिया ऐतिहासिक फैसला

अब अस्थि विसर्जन की रकम से करेंगे श्मशान भूमि के विकास में सहयोग हरिद्वार के पंड़ों को देने वाली राशि अब से श्मशान के सुधार में होगी खर्च फूल चुगने…

“एनसीईआरटी बनाम निजी प्रकाशन: एक खुला बाजार” “ज्ञान की दुकानदारी: निजी स्कूलों का नया पाठ्यक्रम”

शिक्षा या कमीशन? निजी स्कूलों की किताबों के पीछे छुपा मुनाफाखोरी का खेल “किताबों के नाम पर व्यापार: निजी स्कूलों की मुनाफाखोरी” निजी स्कूल एनसीईआरटी की सस्ती और गुणवत्तापूर्ण किताबों…

सिनेमा को नई दिशा देता हरियाणा सिने फाउंडेशन

हरियाणा के गौरवशाली इतिहास को शॉर्ट मूवी, एनिमेशन फिल्में व डाक्यूमेंटरी के माध्यम से आगे लाने के लिए युवाओं को किया जा रहा है प्रेरित सुशील कुमार ‘नवीन’ कोरोना काल…

नया भारत और फुले का सपना : “ज्योतिबा फुले का भारत बनाना अभी बाकी है”

फुले केवल उन्नीसवीं सदी के समाज सुधारक नहीं थे, बल्कि वे आज भी जाति, लिंग और वर्ग आधारित असमानताओं के खिलाफ एक जीवंत विचारधारा हैं। उन्होंने शिक्षा को सामाजिक समानता…

कांग्रेस सामाजिक न्याय की सशक्त पक्षधर, ‘जितनी भागीदारी उतनी हिस्सेदारी’ के सिद्धांत पर कर रही कार्य : एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल

जातीय जनगणना व समानता के अधिकार का समर्थन करते हुए कांग्रेस सामाजिक न्याय के लिए कर रही कार्य : एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल हिसार : भारतीय जनता पार्टी द्वारा सरकारी…