Category: हिसार

अत्यधिक महत्वकांक्षा से टूटती परिवार के रिश्तों की डोर

बिखर रहे चूल्हे सभी, सिमटे आँगन रोज। नई सदी ये कर रही, जाने कैसी खोज॥ पिछले कुछ समय में पारिवारिक ढांचे में काफ़ी बदलाव हुआ है। मगर परिवारों की नींव…

कृषि ट्रैक्टरों के सीएमवीआर प्रमाणीकरण का सर्टिफिकेट अब हिसार से भी मिलेगा – मुख्यमंत्री

कृषि ट्रैक्टरों के सीएमवीआर प्रमाणीकरण का सर्टिफिकेट अब हिसार के उत्तरी क्षेत्र फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान से भी मिलेगा, उत्तर भारत में कृषि जगत से जुड़े निर्माताओं को…

“यू.एस. इंडिया कॉम्पैक्ट”  चुनौतियाँ और अवसर

संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच बदलती गतिशीलता का इक्कीसवीं सदी में दुनिया के संगठित होने के तरीके पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। इस साझेदारी की क्षमता को पूरी…

देश भर में पत्रकारों को मिले एक समान पेंशन : डा. सत्यवान सौरभ

अभी कुछ ही पत्रकारों को मिल रहा पेंशन का लाभ ………….. अधिकांश पत्रकार पेंशन से वंचित। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक हिसार : पेंशन पाने के लिए आपको हरियाणा सरकार से…

नौनिहालों के सपनों पर हावी होते कोचिंग सेंटर

भारत में कोचिंग सुविधाओं की संख्या में तेज़ी से वृद्धि देखी जा रही है। ये केंद्र छात्रों को स्कूल स्तर की परीक्षाओं के साथ-साथ जेईई, नीट और यूपीएससी की तैयारी…

सिर्फ लूटते हैं फर्जी ट्रैवल एजेंट, एजेंसी और वेबसाइट

भारत में, हाल ही में धोखाधड़ी करने वाली ट्रैवल एजेंसियों में उछाल आया है जो अयोग्य व्यक्तियों को विदेश भेजने का वादा करती हैं। भले ही बड़ी संख्या में लोगों…

परीक्षा पर चर्चा विशेष ……. हमेशा जीवन बोलना चाहिए, मार्क्स नहीं

परीक्षा पर चर्चा 2025 सकारात्मक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करती है, जो परीक्षा के तनाव को कम करती है। छात्रों में आत्म-सुधार और जिज्ञासा को बढ़ावा देती है। शैक्षणिक कठिनाइयों का…

संत गुरू श्री रविदास ने समानता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा दिया: कुमारी सैलजा

जयंती समारोह में संत गुरू श्री रविदास जी को किया नमन सांसद ने की आयोजन समिति को 21 लाख रुपये देने की घोषणा भूना (फतेहाबाद), 12 फरवरी – अखिल भारतीय…

राजनीति में युवाओं की भागीदारी की आवश्यकता ………

अगर राजनीतिक दल युवाओं को राजनीति में शामिल करने के बारे में गंभीर हैं तो उन्हें कई तरह के कदम उठाने होंगे। पहला कदम सरकार द्वारा युवा मानदंड में बदलाव…

भीख मांगने की प्रथा …………. मदद की गुहार या एक सुनियोजित धंधा?

भारत में भीख मांगना धार्मिक दान से जटिल सामाजिक-आर्थिक समस्या बन गई है। व्यस्त सड़क पर, हाथ बढ़ाना मदद के लिए पुकार जैसा लग सकता है, लेकिन इसमें अक्सर व्यवस्थित…