सोहना बाबू सिंगला
सोहना अनाज मंडी अतिक्रमणकारियों की शरण स्थली बन कर रह गई है। जहाँ पर अतिक्रमणकारियों ने अतिक्रमण करके समूची मंडी को सिकुड़ा कर डाला है। वाहन चालक व राहगीर आसानी से निकलने में असमर्थ हैं। बताते हैं कि उक्त अतिक्रमण राजनेताओं की शह पर हो रहा है। जिससे मंडी की सुंदरता पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वहीं मार्किट कमेटी विभाग अतिक्रमणकारियों पर नकेल कसने में असमर्थ साबित हो रहा है। जो मात्र खानापूर्ति करके इति श्री कर डालते हैं। जिसके चलते विभाग अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
सोहना अनाज मंडी में अतिक्रमण की भरमार है। लोगों ने अवैध रेहड़ियाँ, खोखे, टीन शेड, तख्त आदि से अतिक्रमण किया हुआ है। जगह जगह आड़ी तिरछी रेहड़ियाँ खड़ी होने से राहगीर भी नहीं निकल सकते हैं। इसके अलावा लोगों ने मंडी को पार्किंग स्थल भी बना दिया है तथा अपनी गाड़ियों को फडों पर खड़ी कर रहे हैं। जिससे आवागमन थम कर रह गया है।
सरकारी चारदीवारी को तोड़ा …………अतिक्रमणकारियों ने सरकारी चारदीवारी को भी नही बख्सा है जिन्होंने उक्त चार दिवारी को तोड़कर अवैध रास्ते निकाल लिए हैं। जबकि यह चारदीवारी सरकारी है जिसका निर्माण मंडी निर्माण के समय विभाग द्वारा कराया गया था अवैध रास्ता निकालना गैर कानूनी है ऐसा होने से कस्बे में चोरी व दूसरी आपराधिक वारदातों के घटित होने का खतरा बढ़ गया है। विभाग अधिकारी सब कुछ देखकर भी चुप्पी साधे हुए हैं।
खोखों में अवैध धंधा …………मंडी में अवैध रूप से स्थापित खोखों में जुआ व शराब का अवैध कारोबार फलफूल रहा है। लोगों का जमावड़ा ऐसे खोखों पर हर समय लगा रहता है। अवैध खोखा धारक मोटा शुल्क वसूल कर रहे हैं।
सरकारी फड़ भी कब्जे में ………..अनाज मंडी में सरकारी फडों पर भी अतिक्रमणकारियों ने ने अवैध कब्जा जमा लिया है। तथा उन पर चबूतरे का निर्माण कर डाला है। जिनसे अतिक्रमणकारी हजारों रुपये मासिक किराया वसूलते हैं। जिससे मंडी में पैदल गुजरना भी मुश्किल साबित हो रहा है।
क्या कहते हैं नागरिक …………कस्बे के जागरूक नागरिक समाजसेवी विनोद सिंगला,राजू, विकास,सुनील, आदि कहते हैं कि सरकारी रास्ते पर सभी को चलने का अधिकार होता है परंतु अतिक्रमणकारी उसको निजी मानते हैं। उन्होंने तुरन्त प्रभाव से मंडी से अतिक्रमण को हटाने को कहा है जिससे मंडी की सुंदरता बहाल रह सके और लोगों को परेशानी न हो।