श्रीमती सोनिया गांधी जी के कांग्रेस संसदील दल का अध्यक्ष फिर से निर्वाचित होने पर इंडिया गठबंधन को और अधिक तालमेल से संसद में मुद्दे उठाने व मोदी-एनडीए सरकार को प्रभावी ढंग से घेरने में सहायता मिलेगी : विद्रोही
नीट परीक्षाओं के घोटाले के बाद नीट परीक्षा को रद्द करके फिर से परीक्षा करवाना और जरूरी हो गया है : विद्रोही

9 जून 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कांग्रेस संसदीय दल द्वारा सर्वसम्मति से श्रीमती सोनिया गांधी को फिर से सीपीपी का चेयरमैन निर्वाचित करने पर हार्दिक प्रसन्नता प्रकट करते हुए इसे कांग्रेस-इंडिया गठबंधन को और अधिक मजबूत करने की दिशा मेें उठाया गया सही कदम बताया। विद्रोही ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी का अनुभव व इंडिया गठबंधन के हर घटक दल में उनकी व्यापक स्वीकार्यता के चलते संसद में इंडिया गठबंधन के सभी 236 सांसदों न केवल एकजुटता से काम करेंगे अपितु दृढ़ता से आमजनों के मुद्दों को संसद में उठाकर सरकार को जनविरोधी निर्णय लेने से रोकने को बाध्य भी करेंगे। श्रीमती सोनिया गांधी जी के कांग्रेस संसदील दल का अध्यक्ष फिर से निर्वाचित होने पर इंडिया गठबंधन को और अधिक तालमेल से संसद में मुद्दे उठाने व मोदी-एनडीए सरकार को प्रभावी ढंग से घेरने में सहायता मिलेगी।
वहीं विद्रोही ने मांग की कि नीट परीक्षाओं के घोटाले के बाद नीट परीक्षा को रद्द करके फिर से परीक्षा करवाना और जरूरी हो गया है। जिस तरह नीट परीक्षा में 67 उम्मीदवारों के 720 में से 720 नम्बर आये और हरियाणा के एक सैंटर में नीट परीक्षा देने वाले छह छात्रों के 720 में से 720 नम्बर आये, वह अपने आप बताता है कि इस परीक्षा में भारी धांधली हुई है और ग्रेस मार्क देकर इस धांधली को और बढाया गया है। नीट परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद भी भाजपा सरकार व एनटीए ने कठोर कदम उठाने की बजाय चुप्पी साधकर नीट परीक्षा परिणामों में धांधली को बढ़ावा दिया है। विद्रोही ने मांग की कि केन्द्र सरकार तत्काल नीट परीक्षा परिणाम को रद्द करके जितनी जल्दी हो सके, पारदर्शिता, ईमानदारी से फिर से नीट परीक्षा करवाये ताकि एमबीबीएस कोर्सो में प्रवेश लेने वाले 24 लाख छात्र अपनी प्रतिभा व मैरिट के आधार पर प्रवेश पा सके।