एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं

भारतीय शतरंज खिलाड़ी डोम्माराजू गुकेश ने सिंगापुर में 18वीं वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब अपने नाम किया। 18.6 वर्ष की उम्र में यह जीत हासिल कर गुकेश दुनिया के सबसे युवा वर्ल्ड चेस चैंपियन बन गए हैं।
तूफानी खेल और ऐतिहासिक उपलब्धि
गुकेश ने 14वें और निर्णायक राउंड में डिंग को 7.5-6.5 से मात दी। उन्होंने गैरी कास्पारोव का 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर शतरंज की दुनिया में भारत का परचम लहराया।
दूसरे भारतीय चैंपियन
इससे पहले यह खिताब भारत के विश्वनाथन आनंद ने 2012 में जीता था। गुकेश ने यह खिताब जीतकर देश का नाम गर्व से ऊंचा किया।
सम्मान और पुरस्कार
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुकेश को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी। उन्हें 11.45 करोड़ रुपये की इनामी राशि भी मिली।
गुकेश की यह उपलब्धि भारत की बौद्धिक ताकत और शतरंज के क्षेत्र में उसकी बढ़ती ताकत को दर्शाती है। उनका प्रदर्शन न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि भारत के लिए गौरव का विषय भी है।