पूर्व पीएम डॉ मनमोहन के आर्थिक सुधार आज विश्व में भारत की पहचान
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार और किसानों की कर्ज माफी जैसे क्रांतिकारी फैसला किया
डॉ मनमोहन के द्वारा राष्ट्रहित में किया गया ऐतिहासिक परमाणु समझौता
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम । अपनी सादगी के लिए देश और दुनिया की राजनीति में एक उदाहरण बने हुए पूर्व पीएम स्वर्गीय डॉ मनमोहन सिंह का कार्यकाल भारत की राजनीति में स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा। उनके द्वारा किसान, गरीब, मजदूर और राष्ट्र हित में क्रांतिकारी फैसले किए गए । आर्थिक मामलों के विश्व विख्यात विशेषज्ञ डॉक्टर मनमोहन सिंह का राजनीतिक जीवन पूरी तरह से बेदाग रहा है । अपने 10 वर्ष के प्रधानमंत्री के कार्यकाल में डॉ मनमोहन सिंह के द्वारा शिक्षा, रोजगार और सूचना का अधिकार जैसे कानून बनाकर पारदर्शिता लाने का कार्य किया गया । यह बात अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस एससी सेल की प्रदेश महासचिव एवं सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट श्रीमती पर्ल चौधरी के द्वारा कही गई।
उन्होंने कहा डॉक्टर मनमोहन सिंह का निधन वास्तव में देश और दुनिया के आर्थिक जगत के लिए बहुत बड़ा नुकसान है । इस क्षेत्र में अभी उनके अनुभव और मार्गदर्शन की और अधिक महसूस मौजूदा समय में की जा रही है । पूर्व पीएम डॉक्टर सिंह के द्वारा जो भी आर्थिक सुधारीकरण के कार्य किए गए। विशेष रूप से लाइसेंसी राज व्यवस्था से छुटकारा दिलाते हुए भारत देश को आर्थिक संकट से निकलते हुए देश की दशा और दिशा दोनों को बदलने का साहसिक कार्य उनके द्वारा किया गया। ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम जिसे सरल शब्दों में मनरेगा कहा गया यह भी डॉक्टर मनमोहन सिंह के कार्यकाल की ही उपलब्धि है। 100 दिन का रोजगार गरीब और जरूरतमंद के लिए निर्धारित करके देश के करोड़ों गरीबों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
कांग्रेस नेत्री श्रीमती चौधरी ने अपनी श्रद्धांजलि के शब्दों में कहा डॉ मनमोहन सिंह के कार्यकाल में सूचना का अधिकार देश की आम जनता को उपलब्ध करवाया गया। सूचना के अधिकार की बदौलत आज व्यापक रूप से भ्रष्टाचार पर भी रोक लगी है और विशेष रूप से सरकारी कार्य में पारदर्शित भी बनी हुई है । लेकिन यह बात भी कहना न्याय और तर्कसंगत होगा कि मौजूदा सरकार के द्वारा सूचनाओं को छुपाने के लिए नए-नए कानून अपनी सुविधा को ध्यान में रखते हुए बनाने आरंभ किया जा चुके हैं । जिसका की विरोध भी देखने के लिए मिल रहा है । उन्होंने कहा पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के भरपूर सहयोग और समर्थन की बदौलत डॉ मनमोहन के द्वारा परमाणु समझौता किया गया। परिणाम स्वरूप देश की परमाणु ऊर्जा करीब-करीब 7000 मेगावाट तक पहुंच चुकी है । इसी प्रकार से भोजन का अधिकार जिसे की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के रूप में लागू किया गया। यह भी राजनीति में सादगी के प्रतीक बेहद सरल स्वभाव के पूर्व पीएम स्वर्गीय डॉ मनमोहन सिंह की देन है। इसी कानून की बदौलत आज अनगिनत लोगों को सरकार के द्वारा राशन भी उपलब्ध करवाया जा रहा है । उनके कार्यकाल में एक और क्रांतिकारी फैसला शिक्षा का अधिकार उपलब्ध करवाया गया । यही कारण है कि आज विभिन्न सरकारें बच्चों की पढ़ाई को प्राथमिकता देते हुए अनेक प्रकार की सुविधा भी उपलब्ध करवा रही है । इसी प्रकार से उनके कार्यकाल में और भी बहुत से कार्य किए गए जो की भारत की राजनीति के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखे रहेंगे। पूर्व पीएम डॉक्टर मनमोहन सिंह की अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि देने के लिए देश और दुनिया के नेता और प्रबुद्ध नागरिक पहुंचे।