एमएसपी की कानूनी गारंटी पर फिर छलावा, रेल बजट ने भी निराश किया
चंडीगढ़, 02 फरवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्र सरकार के बजट पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि इस बार के बजट में हरियाणा के हिस्से में न तो कोई बड़ी सौगात आई और न ही प्रदेश की प्रमुख मांगों को तरजीह दी गई। रेल बजट में भी प्रदेश के साथ अन्याय किया गया, जिससे जनता की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है।
किसानों से वादाखिलाफी
कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र सरकार ने एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन बजट में इसका कोई जिक्र तक नहीं किया गया। यह किसानों के साथ बड़ा धोखा है। इसके अलावा, हरियाणा सरकार ने गन्ना किसानों के लिए मशीनों पर सब्सिडी की मांग रखी थी, लेकिन बजट में इसे भी अनदेखा कर दिया गया।
महंगाई और बेरोजगारी पर कोई ठोस कदम नहीं
उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से देश पहले ही जूझ रहा है, लेकिन बजट में इन मुद्दों पर कोई ठोस नीति नहीं दिखी। गरीबों के कल्याण के लिए भी कोई ठोस योजना सामने नहीं आई। मनरेगा जैसी योजनाओं की उपेक्षा कर सरकार ने श्रमिक वर्ग की अनदेखी की है।
हरियाणा को नहीं मिला कोई बड़ा प्रोजेक्ट
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा को इस बजट से बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन राज्य के लिए कोई बड़ा केंद्र प्रोजेक्ट स्वीकृत नहीं किया गया। फतेहाबाद के गोरखपुर गांव में प्रस्तावित परमाणु बिजली संयंत्र का निर्माण भी अधर में लटका हुआ है और बजट में इसके लिए कोई वित्तीय प्रावधान नहीं किया गया।
रीजनल रेल परियोजनाओं की उपेक्षा
उन्होंने कहा कि दिल्ली से हरियाणा के शहरों को जोड़ने के लिए रीजनल रैपिड रेल परियोजना (आरआरटीएस) के तहत कई प्रस्ताव पाइपलाइन में थे, जिनमें दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर, दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़, दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक की परियोजनाएं शामिल थीं। जनता को उम्मीद थी कि इन परियोजनाओं को मंजूरी मिलेगी, लेकिन सरकार ने इन्हें भी नकार दिया। इसके अलावा, हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, दिल्ली-पानीपत फास्ट रेल कॉरिडोर और महेंद्रगढ़ (एनसीआर) में मल्टी-लॉजिस्टिक हब जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को भी नजरअंदाज किया गया।
औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के विकास पर ब्रेक
उद्यमी लंबे समय से औद्योगिक क्षेत्रों के लिए जमीन लीज पर देने की मांग कर रहे थे, लेकिन बजट में उनकी यह उम्मीद भी धरी की धरी रह गई। इससे प्रदेश के औद्योगिक विकास को झटका लगा है।
हरियाणा की अनदेखी से असंतोष
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के राजनीतिक और औद्योगिक क्षेत्र में असंतोष बढ़ रहा है। भाजपा सरकार सिर्फ अपनी पीठ थपथपाने में लगी है, लेकिन जनता के हितों की अनदेखी कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह बजट आम जनता, किसानों और गरीबों के साथ धोखा है। सरकार को अपने फैसलों पर पुनर्विचार कर हरियाणा के विकास के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।