फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम/पटौदी, 11 फरवरी 2025 – नगर निकाय चुनावों की प्रक्रिया शुरू होते ही पटौदी-जाटोली मंडी नगर परिषद के एक फैसले ने विवाद खड़ा कर दिया है। हेली मंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन, जिसे पहले से ही कई गरीब परिवारों ने शादी समारोह के लिए बुक किया था, को अब स्ट्रांग रूम के रूप में आरक्षित कर दिया गया है। इससे उन परिवारों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है, जिन्होंने अग्रिम भुगतान कर शादी की तैयारियाँ पूरी कर ली थीं।

बिना लिखित सूचना बुकिंग रद्द, परिवारों में चिंता

परिषद ने बिना किसी ठोस कारण के मौखिक रूप से एडवांस बुकिंग रद्द करने की बात कही है, जबकि आवेदकों द्वारा पूरी राशि पहले ही जमा कर दी गई थी। विवाह समारोह की तैयारियों में निमंत्रण पत्र भी छप चुके हैं, जिसमें महाराजा अग्रसेन भवन का पता अंकित किया गया है। प्रत्येक आवेदक से ₹10,000 जमानत राशि, ₹31,000 किराया और ₹2,000 सफाई शुल्क वसूला गया था।

स्ट्रांग रूम के लिए अन्य भवन उपलब्ध, फिर भी विवाद क्यों?

स्थानीय नागरिकों और व्यापार मंडल के सदस्यों ने इस फैसले पर कड़ा ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि हेली मंडी क्षेत्र में शहीद भगत सिंह कम्युनिटी सेंटर, भगवान परशुराम कम्युनिटी सेंटर, अंबेडकर भवन और नगर परिषद कार्यालय परिसर जैसे अन्य सरकारी भवन मौजूद हैं, जिन्हें स्ट्रांग रूम के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था। इसके बावजूद शादी समारोहों के लिए आरक्षित अग्रसेन भवन को चुनावी कार्यों में लगा देना प्रशासन की दूरदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है।

जनप्रतिनिधियों ने जताई आपत्ति, एसडीएम ने दिया समाधान का आश्वासन

इस मामले को लेकर मार्केट कमेटी पटौदी के पूर्व वाइस चेयरमैन अजय मंगला, व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष आनंद भूषण, हेली मंडी व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल और अन्य स्थानीय प्रतिनिधियों ने पटौदी एसडीएम दिनेश लुहाच से मुलाकात की। उन्होंने विवाह समारोहों से जुड़े दस्तावेज और निमंत्रण पत्र दिखाते हुए जनता को हो रही परेशानी से अवगत कराया।

एसडीएम दिनेश लुहाच ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है और समाधान के लिए जल्द ही विभिन्न स्थानों का दौरा किया जाएगा। उन्होंने मुंशीलाल आनंद वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर को विकल्प के रूप में देखने की बात भी कही।

प्रशासनिक फैसले से जनता को परेशानी, जल्द समाधान की जरूरत

नगर परिषद के इस फैसले से गरीब परिवारों की परेशानियाँ बढ़ गई हैं, जिन्हें अब नए स्थान की तलाश करनी होगी या अपनी शादी की तारीखों में बदलाव करना पड़ सकता है। विशेष रूप से जिन परिवारों में लड़कियों की शादी है उन्हें अपनी लड़कियों की शादी किसी अन्य स्थान पर संपन्न करवाने के लिए कर्ज लेने के वास्ते मजबूर होना पड़ सकता है जिससे कि अपनी लाडली बेटी की शादी संपन्न कर सकें । प्रशासन को जल्द ही इस समस्या का हल निकालना चाहिए ताकि आम जनता को अनावश्यक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।

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