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चंडीगढ़, 13 फरवरी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बुजुर्गों और दिव्यांग जनों को उनके गांव में ही पेंशन मिलनी चाहिए। खासतौर पर यह सुविधा उन गांव के लिए बेहद आवश्यक है, जहां बैंक नहीं हैं। इसके चलते पेंशन लेने के लिए लोगों को दूर दूसरे गांव या शहर में जाना पड़ता है।

हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में पेंशन की शुरुआत, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को सम्मान, सहारा व सहूलियत देने के लिए की गई थी। लेकिन ऐसी अवस्था में जब इन लोगों को कई किलोमीटर दूसरे गांव या शहरों के बैंक से पेंशन लेने जाना पड़ता है, उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई लोगों को तो बैंक तक लेकर जाने के लिए कोई परिजन भी नहीं होता और कई स्वास्थ्य कारणों के चलते कहीं आने-जाने में अक्षम होते हैं। इसलिए लगातार प्रदेश के अलग-अलग इलाकों के बुजुर्ग उन्हें यह मांग उठाने के लिए बोल रहे हैं कि पेंशन वितरण का कार्य गांव में होना चाहिए।  

गांव के सारे बुजुर्ग किसी दूसरे गांव या शहर तक बैंक में जाएं, उसकी बजाय बैंक के एक या दो कर्मचारी गांव में आकर पेंशन बांटने का काम बड़ी आसानी से कर सकते हैं। ख़ासकर जहां बैंक नहीं है, उन गांवों में ऐसा होना चाहिए। इसलिए प्रदेश सरकार द्वारा इस मसले पर संवेदनशील तरीके से मंथन किया जाए और गांव में ही पेंशन बांटने की व्यवस्था की जाए।

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