गुरुग्राम में भी दोहराया जा सकता है प्रयागराज और दिल्ली रेलवे स्टेशन जैसा संकट, सरकार बेसुध : माईकल सैनी

गुरुग्राम, 22 फरवरी 2025: धार्मिक पृष्ठभूमि रखने वाले भाजपा विधायक मुकेश पहलवान की घोषणाएँ, दावे और प्रचार तो जोर-शोर से जारी हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। स्वच्छता को लेकर उनके “100 दिन के सुधार” के दावे शहर में चारों ओर लगे कचरे के ढेर और जलभराव से खोखले साबित हो रहे हैं। गलियों में सीवर का पानी भरा पड़ा है, और बदहाल सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी खुद मजदूर बनकर गड्ढे भरने को मजबूर हैं ताकि लोगों को हादसों से बचाया जा सके।
इन अव्यवस्थाओं को लेकर समाजसेवी माईकल सैनी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 12 मार्च से चैत्र मेला शुरू हो रहा है। इस दौरान माँ शीतला देवी मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं का आगमन होगा, जिससे रेलवे स्टेशन, सेक्टर-5 और अन्य कॉलोनियों से जोड़ने वाली मुख्य सड़कों पर भीषण जाम लगने की संभावना है।
प्रशासन की लापरवाही से बढ़ सकता है हादसों का खतरा
शासन-प्रशासन ने न तो यातायात व्यवस्था में सुधार किया, न पार्किंग स्थल का चयन किया, और न ही मंदिर क्षेत्र व आसपास के इलाकों में सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त की है। हल्की बारिश में ही जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है, और टूटी सड़कों की मरम्मत तक नहीं हुई। ऐसे में सौंदर्यीकरण की बात करना बेमानी लगता है।
माईकल सैनी ने प्रशासन की इस लापरवाही को देखते हुए आशंका जताई है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो दिल्ली रेलवे स्टेशन और प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ जैसे हादसे गुरुग्राम में भी हो सकते हैं। उन्होंने सरकार और स्थानीय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि श्रद्धालुओं और आम नागरिकों को असुविधा होती है या कोई अप्रिय घटना घटती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
अगर समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तो सरकार की गैरजिम्मेदाराना नीतियाँ और उदासीनता ही किसी भी दुर्घटना की सबसे बड़ी दोषी मानी जाएगी।