रेवाड़ी, गुरुग्राम, 28 फरवरी 2025: स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने अहीरवाल क्षेत्र के सभी 11 विधायकों से आग्रह किया है कि वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की बीते दस वर्षों से बजट के अभाव में लंबित विकास परियोजनाओं की सूची मुख्यमंत्री को सौंपें। उन्होंने कहा कि यह कदम इस बार के बजट सत्र से पहले उठाया जाना चाहिए ताकि भाजपा सरकार इन अधूरी परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित कर सके।

विद्रोही ने बताया कि अहीरवाल क्षेत्र की 11 में से 10 सीटें भाजपा के पास हैं, जबकि कांग्रेस का एकमात्र विधायक नांगल चौधरी से है। 2019-24 के कार्यकाल में इस क्षेत्र से 8 विधायक भाजपा के थे, 2 कांग्रेस से और 1 निर्दलीय विधायक भाजपा सरकार के साथ था। वहीं, 2014-19 में सभी 11 विधायक भाजपा से थे। यानी तीन कार्यकाल से भाजपा का वर्चस्व होने के बावजूद क्षेत्र की कई विकास योजनाएं अधर में हैं, जो यह दर्शाता है कि भाजपा विधायकों ने इन परियोजनाओं के लिए बजट आवंटन में अपेक्षित रुचि नहीं दिखाई।

गुटबाजी खत्म, फिर भी विकास कार्य अधर में क्यों?

विद्रोही ने कहा कि पहले भाजपा के विधायकों में गुटबाजी का तर्क दिया जाता था, लेकिन अब इस बहाने की भी कोई गुंजाइश नहीं है। अहीरवाल से जुड़े 10 भाजपा विधायकों में से केवल मंत्री राव नरबीर सिंह को छोड़कर बाकी 9 विधायक केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक हैं। इसके अलावा, महेंद्रगढ़-भिवानी के भाजपा सांसद धर्मवीर सिंह भी राव इंद्रजीत सिंह के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में, गुटबाजी के बहाने को खारिज करते हुए सभी सांसदों और विधायकों को मिलकर मुख्यमंत्री से पर्याप्त बजट आवंटन की मांग करनी चाहिए।

क्या इस बार मिलेगा न्याय?

विद्रोही ने कहा कि यदि इतने स्पष्ट जनसमर्थन और एकजुटता के बावजूद अहीरवाल क्षेत्र को इस बजट में पर्याप्त धनराशि नहीं मिलती, तो फिर इस क्षेत्र को कभी न्याय नहीं मिल पाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि भाजपा के सांसद और विधायक गंभीरता से मुख्यमंत्री से बजट आवंटन की मांग करेंगे, तो निश्चित रूप से अधूरी पड़ी विकास परियोजनाओं को गति मिलेगी। अब देखने वाली बात यह होगी कि भाजपा के नेता वाकई विकास के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हैं या फिर केवल वादों और जुमलों से जनता को बहलाते रहेंगे।

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