संडे को अपने शहर की अपनी सरकार बनाने के लिए हुआ मतदान
बड़ी चिंता जिला गुरुग्राम के गुरुग्राम शहर केवल 41.4 प्रतिशत मतदान
चर्चाओं का बाजार गर्म 12 मार्च को चौंकाने वाले होंगे चुनाव परिणाम
मुख्य मुकाबले में पुराने ही प्रतिद्वंद्वी भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम /मानेसर /पटौदी । कुछ ही महीने पहले लोकसभा और इसके बाद विधानसभा चुनाव हरियाणा में संपन्न हुए हैं । दोनों ही चुनाव में बीजेपी, मोदी के चेहरे और मोदी मैजिक को लेकर ही चुनाव मैदान में कांग्रेस को टक्कर लेने के लिए सामने आई। विधानसभा चुनाव के करीब 4 महीने बाद निकाय चुनाव में हुए । औसत को ध्यान में दिया जाए तो यह निश्चित रूप से भाजपा निर्वाचन विभाग के लिए चिंतन और मंथन का गंभीर विषय बनकर सामने आया है। सबसे अधिक राजस्व हरियाणा के खजाने में देने वाले जिला गुरुग्राम के गुरुग्राम शहर में ही 50 फीसद से कम मतदान होना चिंता से अधिक जांच का विषय महसूस किया जा रहा है। लेकिन जांच कैसी हो, कौन करें यह भी एक लंबे समय तक जिज्ञासा बना रहेगा।
संडे को निकाय चुनाव को लेकर हुए मतदान पर ध्यान दिया जाए तो सबसे अधिक मतदान हरियाणा सरकार में मंत्री राव नरवीर सिंह के निर्वाचन क्षेत्र बादशाहपुर के फरुखनगर पालिका के प्रतिनिधियों को चुना जाने के लिए किया किया गया है। यहां पर 14645 मतदाताओं में से संडे को 11228 मतदाताओं के द्वारा फरुखनगर पालिका अध्यक्ष और वार्ड पार्षदों के चुनाव के लिए अपना मतदान किया है । मतदान का यह औसत 76.7 प्रतिशत है। इसी प्रकार से भाजपा के विधायक तेजपाल तंवर के निर्वाचन क्षेत्र सोहना परिषद में संडे को हुए मतदान पर देखा जाए तो यहां पर केवल मात्र 35.8 फीसदी मतदान हुआ है। यहां पर 50152 में से केवल मात्र 11 952 मतदाता अपना वोट डालने के लिए मतदान केदो तक पहुंचाने वालों में शामिल है।
मेडिकल हब साइबर सिटी जैसे नाम से पहचान बने हुए गुरुग्राम शहर के गुरुग्राम नगर निगम इलेक्शन की बात की जाए तो यहां पर 50 फ़ीसदी से कम मतदान होना चिंता से अधिक खोज का विषय महसूस किया जा रहा है। अनेक प्रबुद्ध राजनीतिक लोगों के द्वारा सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या कारण रहा जो यहां मतदाताओं की कुल संख्या में से आधे मतदाता भी अपना वोट डालने से पीछे हट गए ? गुरुग्राम नगर निगम में 90 2779 वाटर में से केवल 3736 19 वाटर के द्वारा पोलिंग स्टेशन पर पहुंचकर पोलिंग की गई । इस प्रकार से यहां पर केवल मात्र 41.4 फ़ीसदी ही मतदान हुआ है । नवगठित मानेसर नगर निगम जहां औद्योगिक क्षेत्र सहित हाई राइस बिल्डिंग और सोसाइटी भी हैं। यहां फिर भी अपेक्षाकृत मतदान का औसत संतोषजनक कहा जा सकता है। नव गठित मानेसर नगर निगम में 97073 मतदाताओं में से 62 865 मतदाताओं के द्वारा अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया गया। जो कि यहां मतदान का 64.8 फ़ीसदी बनता है।
पुराना पटौदी नगर पालिका और पुराना हेली मंडी नगर पालिका के साथ में आसपास के विभिन्न नौ गांव को शामिल कर अस्तित्व में ले गए पटौदी जाटोली मंडी परिषद में उम्मीद के मुताबिक ही मतदान होना माना जा रहा है । यहां पर 430 29 मतदाताओं में से 31 816 मतदाताओं के द्वारा अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया गया। इस प्रकार से यह है 73.9 फ़ीसदी मतदान दर्ज हुआ है। यहां के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों से भी ऐसी शिकायतें आम लोगों के द्वारा तथा चुनाव के उम्मीदवार दावेदारों के द्वारा सामने लाई गई है । कई- कई वर्ष पहले स्वर्ग धाम जा चुके लोगों के नाम भी मतदाता सूची में शामिल किए हुए हैं। इतना ही नहीं एक ही परिवार के सदस्यों के वोट दो से तीन वार्ड में अलग-अलग तरीके से दर्ज किए गए हैं । इसके कारण संडे को दिन भर फरुखनगर, गुरुग्राम , मानेसर , सोहना और पटौदी में भी चुनावी उम्मीदवार मतदाताओं को तलाशने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को दौड़ते रहे। बहरहाल संडे को चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया । अब 12 मार्च को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के द्वारा विजेता उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े हुए अधिकारियों के द्वारा नाम घोषित कर प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाएं जाएंगे।