अभिभावकों के साथ करेंगे जल्द प्रदर्शन : गुरिंदरजीत सिंह

गुरुग्राम : गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने बताया कि राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के तहत हर बच्चे का शिक्षा पर अधिकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई निजी स्कूल आरटीई के तहत दाखिला देने में आनाकानी कर रहे हैं।

बुधवार को कुछ अभिभावक शिक्षा विभाग के बीईओ कार्यालय में एकत्र हुए और शिकायत की कि कुछ निजी स्कूल दाखिला आवेदन नहीं ले रहे। गुरिंदरजीत सिंह ने बताया कि आने वाले शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025 को सभी अभिभावक पुनः बीईओ कार्यालय में एकत्र होंगे। इसके बाद शांतिपूर्ण ढंग से डीईओ कार्यालय जाकर शिकायत पत्र सौंपेंगे।

गुरिंदरजीत सिंह ने बताया कि इस दौरान निजी स्कूलों में दाखिला न लेने के खिलाफ मांग की जाएगी। साथ ही जिन निजी स्कूलों ने एफिलिएशन नहीं ली है या बिना अनुमति के चल रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी डीसी और डीईओ गुरुग्राम को सौंपा जाएगा।

अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि निजी स्कूल महंगी किताबें लगाते हैं और सरकार को इस पर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से न तो कोई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और न ही आरटीई व चिराग योजना के तहत किन स्कूलों में दाखिला किया जा सकता है, इसकी सूची सार्वजनिक की गई है।

अभिभावकों ने मांग की है कि उनके बच्चों के दाखिले निजी स्कूलों में करवाए जाएं और दाखिला नहीं देने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाए। गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि अगर निजी स्कूल पात्र विद्यार्थियों के दाखिले में बाधा बनते हैं तो अभिभावक आंदोलन करेंगे।

निष्कर्ष: सवाल उठता है कि आरटीई के तहत दाखिले के लिए स्कूलों की सूची कब सार्वजनिक होगी? शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने सत्र 2025-26 से पहले सूची और कमेटी क्यों नहीं बनाई? निजी स्कूलों की मनमानी पर अब तक कोई सख्त कार्रवाई क्यों नहीं हुई? बिना एफिलिएशन और एनओसी के चल रहे स्कूलों पर कार्रवाई कब होगी?

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