रेवाड़ी। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने भाजपा सरकार पर अहीरवाल के विकास और जनसरोकारों के प्रति गंभीर न होने का आरोप लगाया है। विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल की जनता ने पिछले तीन लोकसभा और तीन विधानसभा चुनावों में भाजपा को एकतरफा समर्थन दिया, लेकिन बदले में भाजपा ने इस क्षेत्र के विकास कार्यों के प्रति उपेक्षापूर्ण और भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया है।

वेदप्रकाश विद्रोही ने उदाहरण देते हुए कहा कि रेवाड़ी के पीने के पानी की समस्या पिछले दस वर्षों से लंबित है, क्योंकि भाजपा सरकार नहरी पानी को एकत्रित करने के लिए आवश्यक वाटर टैंक बनाने के लिए अभी तक जमीन नहीं ढूंढ पाई है। इस कारण रेवाड़ी शहर और अहीरवाल के कई इलाकों में हर 15 दिन बाद 15-20 दिन तक पानी की राशनिंग करनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि माजरा एम्स की जमीन का अधिग्रहण और निर्माण कार्य शुरू करने में 9 साल का समय लगा, जबकि रेवाड़ी बॉयज कॉलेज की जमीन तलाशने में 8 साल का समय लग गया। रेवाड़ी के सामान्य अस्पताल को 200 बेड का बनाने के लिए भी पिछले 6 साल से जमीन तलाश की जा रही है। इसी तरह नारनौल का मल्टी स्पेशलिटी हब भी जमीन अधिग्रहण के अभाव में पिछले 8 सालों से अधूरा है

विद्रोही ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए जमीन अधिग्रहण न करना दर्शाता है कि सरकार विकास कार्यों को लंबित रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार मुफ्त या बेहद सस्ती जमीन का इंतजार करती है, जबकि उसे भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत जमीन अधिग्रहीत कर इन परियोजनाओं को पूरा करना चाहिए।

विद्रोही ने मांग की कि यदि भाजपा सरकार अहीरवाल के विकास और जनसरोकारों के प्रति वास्तव में गंभीर है तो रेवाड़ी के पेयजल समस्या का शीघ्र समाधान करे और 200 बेड के अस्पताल के लिए जमीन का अधिग्रहण कर आवश्यक विकास परियोजनाओं को पूरा करे।

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