– सिरसा में भाजपा की धक्केशाही के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सैलजा के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन
– कहा: “जुर्म अब सहन नहीं होगा, जिस कांग्रेस ने आज़ादी दिलाई, वही लोकतंत्र को भी बचाएगी”

सिरसा, 16 अप्रैल। सिरसा की फिज़ाओं में आज लोकतंत्र को बचाने का जुनून साफ महसूस हुआ, जब कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
यह प्रदर्शन शहर के डाकघर के सामने किया गया, जहां भाजपा सरकार की तरफ से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सेम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को सत्ता का नंगा नाच करार देते हुए कार्यकर्ताओं ने आवाज़ बुलंद की।
कुमारी सैलजा ने अपने तीखे भाषण में कहा:

“यह लड़ाई केवल गांधी परिवार की नहीं है, यह लड़ाई है इस देश की आत्मा की। यह संघर्ष है लोकतंत्र को बचाने का, संविधान की रक्षा का, युवाओं के हक़, किसानों की जमीन और आमजन की आवाज़ का। भाजपा लोकतंत्र को रौंदने पर आमादा है, लेकिन कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही के रास्ते पर चलकर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, ताकि विपक्ष की आवाज़ को कुचला जा सके।
“लेकिन कांग्रेस डरने वालों में से नहीं है। हम हर मोर्चे पर, सड़क से संसद तक लड़ेंगे और लोकतंत्र को बचाकर रहेंगे।”

कार्यक्रम में कालांवाली विधायक शिशपाल केहरवाला, ऐलनाबाद विधायक भरत सिंह बैनीवाल, फतेहाबाद विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने भी भाग लिया।
कार्यकर्ताओं की भारी उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि भाजपा की धक्केशाही अब नहीं चलेगी।
कुमारी सैलजा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा:
“देश को जो आज़ादी कांग्रेस ने दिलाई थी, अब वही कांग्रेस देश के लोकतंत्र को बचाएगी। यह जनता का शासन है, किसी पार्टी की जागीर नहीं।”
उन्होंने चेताया कि अगर भाजपा इसी तरह लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग करती रही तो जनता स्वयं उसे सत्ता से बेदखल कर देगी।