
गुरुग्राम, 18 अप्रैल 2025। जनवादी महिला समिति गुरुग्राम ने मेदांता अस्पताल में भर्ती एक महिला एयर होस्टेस के साथ ICU में यौन उत्पीड़न की घटना की कड़ी निंदा करते हुए राज्य सरकार से इस भयावह प्रकरण की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
समिति की राज्य महासचिव उषा सरोहा, जिला सचिव भारती और प्रधान रामलति ने एक संयुक्त बयान में कहा कि यह मामला न केवल महिला सुरक्षा को लेकर अस्पतालों की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े करता है, बल्कि समाज में बढ़ रही वहशियत भरी मानसिकता का भी चिंताजनक संकेत देता है।
ICU में वेंटिलेटर पर थी महिला, फिर भी नहीं छोड़ा दरिंदे ने
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल की रहने वाली 46 वर्षीय एयर होस्टेस, स्विमिंग पूल में डूबने के कारण गंभीर रूप से बीमार होने पर मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थीं। पीड़िता का आरोप है कि 6 अप्रैल को ICU में, दो नर्सों की उपस्थिति में, एक व्यक्ति ने उसके साथ डिजिटल रेप जैसी घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। महिला उस समय वेंटिलेटर पर थी और अर्द्धमूर्छित अवस्था में जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रही थी।
समिति ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
जनवादी महिला समिति ने कहा, “इस प्रकार की जघन्य घटना यह साबित करती है कि महिलाएं अब ICU में भी सुरक्षित नहीं हैं। जब एक अर्धमूर्छित मरीज को भी नहीं छोड़ा गया, तो यह हमारे समाज की नैतिक और मानसिक स्थिति पर गहरा आघात है। यह घटना मेदांता जैसे प्रतिष्ठित अस्पताल की सुरक्षा प्रणाली पर भी बड़ा सवालिया निशान खड़ा करती है।”
उन्होंने याद दिलाया कि इससे पहले कोलकाता के आरजी कार मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, लेकिन उसके बावजूद अस्पतालों में महिला मरीजों और डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर अब तक कोई ठोस नीति नहीं बनी।
राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
जनवादी महिला समिति ने राज्य सरकार से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने सभी अस्पतालों में महिला मरीजों और महिला स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए प्रभावी इंतजाम सुनिश्चित करने की भी अपील की है।
समिति ने चेताया है कि यदि मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे राज्यव्यापी विरोध की रणनीति अपनाएंगी।