पर्ल चौधरी ने महापौर राजरानी मल्होत्रा के फैसले को बताया असंवेदनशील, पूछा – जब राजधानी चंडीगढ़ भी निशाने पर है तो मंच सजाने की क्या तात्कालिकता?

गुरुग्राम, 8 मई 2025 – किस्तान पर भारतीय सेना की एयरस्ट्राइक और पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना के बाद उत्पन्न राष्ट्रीय संकट की स्थिति के बीच गुरुग्राम नगर निगम द्वारा आयोजित किए जा रहे कवि सम्मेलन को लेकर कांग्रेस पार्टी ने कड़ा ऐतराज जताया है। पार्टी की वरिष्ठ नेत्री पर्ल चौधरी ने इस आयोजन को न केवल असंवेदनशील बताया है, बल्कि इसे शहीदों और संकट में घिरे नागरिकों का अपमान भी करार दिया है।

पर्ल चौधरी ने कहा, “जब पूरा देश ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों से सतर्क और शोकाकुल है, जब हमारे जवान सीमा पर बलिदान दे रहे हैं और जब हरियाणा के पलवल के वीर सपूत दिनेश कुमार शर्मा ने सर्वोच्च बलिदान दिया है — ऐसे समय में गुरुग्राम में कविता सम्मेलन जैसे मनोरंजनात्मक कार्यक्रम का आयोजन दुर्भाग्यपूर्ण है”

उन्होंने यह भी कहा कि यह आयोजन नवनिर्वाचित महापौर श्रीमती राजरानी मल्होत्रा का शायद पहला सार्वजनिक कार्यक्रम बताया जा रहा है और वो स्वयं इसकी मुख्य अतिथि हैं। पर्ल चौधरी ने इसे एक गैरजिम्मेदाराना शुरुआत बताया।

“जब चंडीगढ़ तक पर मिसाइल हमले की कोशिश हुई…”
पर्ल चौधरी ने भारतीय सेना की ताज़ा प्रेस विज्ञप्ति का हवाला देते हुए कहा कि पिछले 24 घंटों में पाकिस्तान ने उत्तर और पश्चिम भारत में गोलाबारी की, जिसमें 16 निर्दोष नागरिकों की जान गई और चंडीगढ़ जैसे संवेदनशील शहर को भी क्षति पहुंचाने की कोशिश हुई।

उन्होंने पूछा, “क्या यह उचित है कि जब राजधानी चंडीगढ़ पर भी मिसाइल हमले की कोशिश हो चुकी हो, तब गुरुग्राम की महापौर कविता मंच की अगुवाई करें?” गौरतलब है कि, चंडीगढ़ में ही हमारे मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी जी, बादशाहपुर विधानसभा से विधायक और प्रदेश में मंत्री राव नरवीर सिंह जी और गुरुग्राम लोकसभा के सांसद एवं केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह जी की बेटी माननीय आरती राव जी, कैबिनेट मंत्री सहित कई अधिकतर मंत्री और विधायक भी रहते हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव एवं डीजीपी सहित वरिष्ठ आईएएस एवं आईपीएस अधिकारी भी चंडीगढ़ / पंचकूला में ही रहते हैं

प्रशासन और सरकार से मांगी सफाई

पर्ल चौधरी ने तीन बिंदुओं में सरकार और स्थानीय प्रशासन से जवाब मांगा:

क्या इस कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से विधिवत अनुमति ली गई है?

यदि अनुमति नहीं ली गई, तो कार्यक्रम का प्रचार कर रहे अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं?

महापौर के निर्णयों की समीक्षा के लिए क्या कोई वरिष्ठ नेता सलाहकार नियुक्त किया जाएगा?

उन्होंने गुरुग्राम के डीसी अजय कुमार, पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा और नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया से भी पूछा कि “एक ओर प्रशासन मॉक ड्रिल्स करवा रहा है, दूसरी ओर नगर निगम लोगों की भीड़ जुटा रहा है — क्या यह विरोधाभास नहीं है?” जिलाधिकारी श्री अजय कुमार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चौकन्ना रहने के लिए कह रहे हैं और दूसरी तरफ गुरुग्राम की महापौर कविता कार्यक्रम के मंचन करने पर!!!

राज्य के अधिकारियों से भी की अपील
पर्ल चौधरी ने हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी से आग्रह किया है कि वे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पष्ट करें कि “जब सरकार स्वयं आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है, तब गुरुग्राम में सार्वजनिक आयोजन कैसे हो सकता है?”

“जब देश युद्ध के मुहाने पर हो…
उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने हालात को समझते हुए ‘संविधान बचाओ आंदोलन’ जैसे सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। जब देश युद्ध के मुहाने पर हो, तब कविता नहीं, रणनीति और राष्ट्रधर्म की आवश्यकता होती है।”

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