
गुरुग्राम: गाँव बसई में अवैध रूप से संचालित हो रही सूरी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ग्रामवासियों के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि कंपनी के मालिक अतुल सूरी दबंगई के बल पर नियमों को ताक पर रखकर अवैध निर्माण व उत्पादन करवा रहे हैं। बावजूद इसके, प्रशासन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कंपनी की गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर कई बार जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस आयुक्त, पर्यावरण विभाग और श्रम विभाग समेत उच्च अधिकारियों को शिकायत दी है। इतना ही नहीं, यह मामला मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और पर्यावरण मंत्री तक को अवगत कराया गया है। इसके बावजूद सिर्फ औपचारिक निरीक्षण तक सीमित कार्रवाई हो रही है, जबकि मांग कंपनी को सील करने की थी।
रिहायशी क्षेत्र में चल रहा है भारी उत्पादन कार्य

ग्रामीणों के अनुसार यह कंपनी गाँव के लाल डोरे में स्थित है, जो कानूनी रूप से निर्माण के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र है। यह प्राइमरी मॉडल संस्कृति स्कूल के ठीक सामने है, जहां भारी ट्रकों की आवाजाही स्कूली बच्चों और आम नागरिकों के लिए गंभीर खतरा बनी हुई है। रिहायशी क्षेत्र में केमिकल, भारी मशीनें और हैवी इलेक्ट्रिक पावर ग्रिड का संचालन नियमों का खुला उल्लंघन है। रात के समय काम करने वाली लेबर की गतिविधियों से महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
पर्यावरण और सुरक्षा को गंभीर खतरा
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनी में उपयोग किए जा रहे रसायनों से आसपास के वातावरण और लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। पेड़ काटने और पानी की व्यावसायिक आपूर्ति जैसे कार्यों के लिए भी कोई वैध अनुमति नहीं ली गई है। इसके अतिरिक्त, अदालत के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद कंपनी में अवैध निर्माण कार्य जारी है।
किसकी शह पर चल रहा यह अवैध कारोबार?
ग्रामवासियों की मांग है कि इस कंपनी को तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों व मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि अगर भविष्य में कोई बड़ा हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?