194 राजकीय प्राथमिक पाठशाला और राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशालाओं को किया जाएगा मर्ज, क्यों? गुरिंदरजीत सिंह

क्या कन्या प्राथमिक स्कूल बंद कर बेटियों को पढ़ाएगी बीजेपी सरकार : गुरिंदरजीत सिंह

कोई भी नया स्कूल नही खोला आज तक बीजेपी डबल इंजन सरकार ने : गुरिंदरजीत सिंह

गुरुग्राम : हरियाणा में 194 स्कूलों समेत सभी कन्या प्राथमिक स्कूल होंगे बंद, ये आदेश जारी किया है महानिदेशक मौलिक शिक्षा पंचकूला, शिक्षा सदन सेक्टर 5 पंचकूला ने। इस विषय पर गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने कहा कि ये गलत कार्य किया बीजेपी हरियाणा सरकार ने।

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि हर बार की तरह बीजेपी ने इस बार भी धोखा ही दिया है। बढ़ती आबादी के साथ स्कूलों की संख्या बढ़ानी चाहिए, ना के कम करनी चाहिए, पर जब से बीजेपी सरकार आई है वे लगातार सरकारी स्कूलों की संख्या कम कर रही है। कभी तो वह शर्त रखती है कि 20 बच्चे स्कूल में होने चाहिए तो स्कूल चलेगा, कभी नियम बना रही है कि 100 मीटर में अगर बड़ा स्कूल है तो उसमें मर्ज हो जाएंगे कन्या प्राथमिक स्कूल, ऐसा क्यों?

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि एक तरफ तो बीजेपी सरकार व देश के प्रधान मन्त्री मोदी जी नारा देते है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, और दूसरी तरफ बीजेपी ही डबल इंजन हरियाणा राज्य सरकार राज्य में 194 राजकीय प्राथमिक पाठशाला और राज्यकीय कन्या प्राथमिक पाठशालाओं को बंद कर रही है? क्या ऐसे प्रधानमंत्री मोदी जी के सपने को हरियाणा में बीजेपी डबल इंजन सरकार करेगी? कैसे स्कूल बंद कर हम अपने बच्चो को पढायेंगे?

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों को बंद करना वह मर्ज करना राज्य सरकार और शिक्षा विभाग के कार्यशैली पर मंशा पैदा करता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी स्कूल बंद होंगे तो इसका सीधा-सीधा लाभ निजी स्कूलों को जाएगा। उन्होंने कहा कि इसीलिए हमें सरकार की कार्यशाली पर मंशा होती है कि एक तरफ तो यह गैर मानता स्कूलों को बंद करने की बात करती है, दूसरी तरफ गैर मान्यता कि जगह सरकारी स्कूलों को बंद कर कर सीधे-सीधे निजी स्कूलों को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस बार निजी प्ले स्कूल का जिक्र भी हाई कोर्ट के आदेश और शिक्षा निदेशालय की तरफ से आया था। आज कुछ दिन बाद सरकारी प्राथमिक स्कूलों को बंद करने के आदेश आना सीधे-सीधे निजी स्कूलों, निजी प्ले स्कूलों को फायदा पहुंचाने का कार्य है।

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि बढ़ती आबादी के साथ शिक्षा संस्थानों की संख्या बढ़ानी चाहिए, ना कि कम करनी चाहिए। डबल इंजन सरकार ने पिछले 10 सालों में एक भी नया स्कूल नहीं खोला, ना ही कोई नई स्कूल के लिए जमीन एक्वायर की। इसी से पता चलता है कि भाजपा सरकार शिक्षा के लिए राज्य में कितनी चिंतित है और कितना निष्‍ठापूर्वक कार्य कर रही है? अगर बीजेपी डबल इंजन सरकार आम आदमी को निजी स्कूलों की लूट से बचना चाहती है तो उसे ज्यादा से ज्यादा अतिआधुनिक सरकारी स्कूल खोलने चाहिए। पर सरकार का कार्य तो इससे बिलकुल विपरीत है। आज की हरियाणा सरकार खुले हुए सरकारी स्कूलों को भी लगातार बंद करती जा रही है। ऐसा क्यों? आज जिन्होंने भी बीजेपी को वोट दिया, वह अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। क्योंकि शिक्षा के नाम पर इतनी बड़ी लूट चल रही है और सरकारी स्कूल लगातार बंद होने के कारण वह लोग अपने बच्चों को न चाहते हुए भी निजी स्कूलों में डालने के लिए विवश हो रहे है।

ऐसे में गुरिंदरजीत सिंह ने मांग की के सरकार को राजकीय प्राथमिक पाठशाला व राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशालाओं को बंद करने का अपना फैसला वापस लेना चाहिए और बढ़ती आबादी के साथ जहां-जहां जरूरत है, वहां-वहां नए सरकारी स्कूल खोलने चाहिए।

Share via
Copy link