विकसित भारत 2047 की दिशा में सरपंचों को मिला तकनीकी प्रशिक्षण*

गुरुग्राम, 15 मई: राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) के तहत गुरुग्राम जिले में पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों (सरपंचों) के लिए आयोजित दो दिवसीय उन्मुखीकरण सह पुनः प्रशिक्षण कार्यक्रम 15 मई को स्वतंत्रता सेनानी हॉल में सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। यह कार्यक्रम 28 अप्रैल से 15 मई तक चार चरणों में आयोजित किया गया, जिसमें कुल 157 में से 154 सरपंचों ने भाग लिया।
पूर्व में अनुपस्थित 24 सरपंचों हेतु 14-15 मई को विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया, जो सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ।
प्रशिक्षण के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जग निवास ने सरपंचों की भूमिका को रेखांकित करते हुए “विकसित भारत 2047” के विजन पर संवाद किया।

जिला परिषद के कार्यकारी अभियंता (XEN) सुधीर ने पंचायत विकास कार्यों से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) और ई-टेंडरिंग प्रणाली के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन प्रक्रियाओं का पालन कर विकास कार्यों में पारदर्शिता, प्रभावशीलता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकती है। जिला परियोजना प्रबंधक अनिल ने तकनीकी पहलुओं जैसे ऑनलाइन भुगतान प्रणाली, ग्राम विकास योजनाओं और समन्वयक की भूमिका की विस्तार से जानकारी दी।
HIRD नीलोखेड़ी से आए विषय विशेषज्ञ जय भगवान ने पंचायती राज अधिनियम, ग्राम सभा की जिम्मेदारियां और बजटीय प्रबंधन जैसे प्रमुख बिंदुओं पर व्याख्यान दिया।
सत्रों में एसओपी आधारित विकास कार्य, ई-टेंडरिंग, ई-ग्रामस्वराज, मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, महिला स्वयं सहायता समूह, आरटीआई, शिकायत निवारण प्रणाली, टीबी/एचआईवी एवं घरेलू हिंसा जैसे विविध सामाजिक विषयों पर भी जानकारी दी गई।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सरपंचों को तकनीकी एवं प्रशासनिक दृष्टि से दक्ष बनाकर पंचायतों के प्रभावी एवं पारदर्शी संचालन को सुनिश्चित करना रहा।