गुरुग्राम, 20 मई। नगर निगम गुरुग्राम ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्रॉपर्टी टैक्स से संबंधित किसी भी कार्य के लिए बिचौलियों या दलालों के झांसे में न आएं। निगम ने स्पष्ट किया है कि प्रॉपर्टी टैक्स की त्रुटियों से संबंधित आपत्तियों के समाधान के लिए एक निर्धारित समय सीमा तय की गई है, जिससे सभी मामलों का निपटारा समयबद्ध ढंग से करने के निर्देश दिए गए हैं।
ऐसे नागरिक, जो ऑनलाइन प्रक्रिया से अनभिज्ञ हैं और जो स्वयं ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते, उनके लिए नगर निगम कार्यालयों में हेल्प डेस्क स्थापित की गई हैं। यहां कर्मचारी नागरिकों को टैक्स संबंधित कार्यों में मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर रहे हैं। यही नहीं, सभी जोनल टैक्सेशन अधिकारियों को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे उनके पास आने वाले प्रत्येक नागरिक की शिकायतों को ना केवल ध्यानपूर्वक सुनें, बल्कि उसका समाधान भी तुरंत कराने की दिशा में कार्य करें। नगर निगम गुरुग्राम की टैक्स ब्रांच में नियुक्त सभी कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे बिना किसी वैध कारण के किसी भी आवेदन को लंबित ना रखें तथा ना ही रिजेक्ट या रिवर्ट करें। अगर किसी कर्मचारी द्वारा कोताही बरती जाएगी, तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
टैक्स ब्रांच से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 1 अप्रैल 2025 से अब तक नगर निगम गुरुग्राम के पास प्रॉपर्टी टैक्स से संबंधित 11159 आपत्तियां आई हैं। इनमें से केवल 1283 आपत्तियां नगर निगम के स्तर पर लंबित हैं। नगर निगम द्वारा निर्धारित समयावधि में 7622 आपत्तियों का समाधान किया गया, जबकि दस्तावेजी कमी के चलते 554 आपत्तियां रिजेक्ट की गई हैं। इसी प्रकार 1700 आपत्तियों में कमी पाए जाने पर आवेदक को रिवर्ट की गई हैं।
नगर निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई व्यक्ति प्रॉपर्टी टैक्स के कार्य कराने की एवज में पैसे की मांग करता है, तो उसकी सूचना तुरंत निगमायुक्त या अतिरिक्त निगमायुक्त को दें। ऐसी किसी भी शिकायत पर तत्परता से कार्रवाई की जाएगी और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नगर निगम ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि वे अपने कार्य स्वयं या निगम की सहायता से ही संपन्न करें, ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।