22 मई को वार्ता विफल रही तो 9 जुलाई को राष्ट्रव्यापी चक्का जाम: यूनियन

चंडीगढ़, 20 मई। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन (रजि. नं. 1) ने सोमवार को प्रदेशभर के डिपो में विरोध गेट मीटिंग आयोजित कर केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों और राज्य सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ आवाज बुलंद की। यूनियन ने महाप्रबंधकों के माध्यम से सरकार को 9 जुलाई 2025 को केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल का नोटिस सौंपा।

आंदोलन की चेतावनी
आल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन (AIRTWF) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरबत सिंह पूनिया, यूनियन के प्रदेश प्रधान नरेंद्र दिनोद और महासचिव सुमेर सिवाच ने संयुक्त बयान में कहा कि सरकार की बेरुखी से कर्मचारियों में भारी रोष है। यदि 22 मई को महानिदेशक परिवहन के साथ होने वाली बातचीत में मांगों का संतोषजनक समाधान नहीं हुआ, तो कर्मचारी निर्णायक आंदोलन को बाध्य होंगे।

मुख्य मांगें
यूनियन ने पुरानी पेंशन बहाली, प्रदेश में अलग वेतन आयोग की स्थापना, एचकेआरएन के तहत लगे कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने, फैमिली आईडी में आय शर्त हटाकर आश्रितों के मेडिकल बिल पास करने, और कर्मचारी मृत्यु पर एक्स-ग्रेशिया नीति से शर्तें हटाने जैसी मांगें प्रमुखता से उठाई हैं।

इसके अतिरिक्त, जोखिम भत्ते की बहाली, ऑनलाइन तबादला नीति की समीक्षा, रिक्त पदों पर शीघ्र नियमित भर्ती, 10,000 नई बसों की खरीद व चालकों-परिचालकों का वेतन ₹35,400 करने की मांग की गई है। साथ ही टीए-ओवरटाइम की पुरानी नीति और रिटायर्ड कर्मियों के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा बहाल करने की बात भी दोहराई गई।

प्रशासनिक उपेक्षा पर सवाल
महासचिव सुमेर सिवाच ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल बार-बार सभी के लिए दरवाजे खुले होने की बात कहते हैं, परंतु पिछले 10 वर्षों में रोडवेज कर्मचारियों से कभी सीधी बातचीत नहीं की गई।

डिपो स्तर पर विरोध
प्रदर्शन के दौरान विभिन्न डिपो में यूनियन नेताओं ने कर्मचारियों को संबोधित किया। भिवानी में नरेंद्र दिनोद, रोहतक में सुमेर सिवाच, फतेहाबाद में शिवकुमार श्योराण, पंचकूला में सुशील ईकश, अम्बाला में रमेश श्योकंद, सिरसा में पृथ्वी सिंह चाहर, सोनीपत में नवीन राणा, नारनौल में कृष्ण कुमार ऊण और यमुनानगर में महिपाल सोडे ने कर्मचारियों को आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।

अंतिम चेतावनी
यूनियन नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार ने बातचीत के ज़रिए समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो 9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी देशभर के श्रमिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चक्का जाम करेंगे।

Share via
Copy link