पंजाब सरकार टकराव की राह न अपनाए

चंडीगढ़,रेवाड़ी, 23 मई 2025 – स्वयंसेवी संस्था “ग्रामीण भारत” के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) द्वारा डैम की सुरक्षा हेतु सीआईएसएफ (CISF) की तैनाती के फैसले को पूर्णतः उचित ठहराया है। उन्होंने इस निर्णय पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा उठाए जा रहे सवालों को “राजनीति से प्रेरित और अनुचित” बताया।

विद्रोही ने स्पष्ट किया कि यदि पंजाब सरकार ने अप्रैल माह में बीबीएमबी कार्यालय पर ताला लगाने, चेयरमैन को कमरे में बंद करने जैसे गंभीर कदम न उठाए होते, तो सीआईएसएफ की तैनाती की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि यह कदम केंद्र सरकार द्वारा डैम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, जो पूरी तरह संघीय ढांचे के अनुरूप है।

पानी के मुद्दे पर भी उन्होंने पंजाब सरकार से आग्रह किया कि वह बीबीएमबी द्वारा 21 मई से 31 मई तक हरियाणा को प्रतिदिन आवंटित 10,300 क्यूसेक पानी को देने में कोई बाधा न उत्पन्न करे। उन्होंने चेताया कि इस प्रकार के अनावश्यक टकराव से दोनों राज्यों के संबंधों में कटुता आ सकती है, जिसे हर हाल में टालना चाहिए।

विद्रोही ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब सरकार बीते घटनाक्रम से सबक लेते हुए भविष्य में किसी भी प्रकार की दादागिरी से परहेज करेंगे और भाखड़ा डैम के संचालन तथा जल वितरण को लेकर संविधान व न्यायालय के निर्देशों का सम्मान करेंगे।

उन्होंने कहा, “पंजाब सरकार को चाहिए कि वह हरियाणा को उसके हिस्से का नहरी पानी देने में उदारता और संविधानिक मर्यादा का परिचय दे। सभी विवादों का समाधान आपसी संवाद और न्यायिक आदेशों के अनुरूप ही होना चाहिए।”

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