चंडीगढ़, 25 मई। हरियाणा की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर कांग्रेस महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने यदि अब भी आँखें न खोलीं तो कोरोना और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियाँ लाइलाज बन जाएँगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, पर न आइसोलेशन वार्ड तैयार हैं, न टेस्टिंग हो रही है और न ही ऑक्सीजन प्लांट कार्यशील हैं।
कुमारी सैलजा ने बताया कि हिसार सिविल अस्पताल का 1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट पिछले 15 महीने से बंद पड़ा है, जबकि दूसरा प्लांट हैंडओवर होने के बाद एक दिन भी नहीं चल पाया। उन्होंने इसे महज तकनीकी खामी नहीं, बल्कि सरकार की “नीति, नीयत और निगरानी” की विफलता बताया।
सिरसा बना कैंसर का गढ़, सरकार बेपरवाह
सांसद ने कहा कि सिरसा जिला कैंसर के प्रकोप से बुरी तरह जूझ रहा है। घग्गर नदी के प्रदूषित पानी से अनेक गांवों में हर घर में कैंसर का कोई न कोई मरीज है। इसके बावजूद सरकार ने अब तक किसी समर्पित कैंसर अस्पताल की स्थापना नहीं की। बार-बार आग्रह के बाद भी सिरसा को विशेष कैंसर उपचार केंद्र से वंचित रखा गया है, जो जनता के स्वास्थ्य के साथ अन्याय है।
प्रदेशभर में ऑक्सीजन प्लांट या तो ठप हैं या तकनीकी खामियों से जूझ रहे
कुमारी सैलजा ने राज्य के कई जिलों की खराब स्वास्थ्य स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा:
- फरीदाबाद: अस्पतालों में बिजली जाने पर कोई वैकल्पिक जनरेटर नहीं।
- पानीपत: ऑक्सीजन प्लांट की टेस्टिंग में गंभीर तकनीकी खामियां पाई गईं।
- रेवाड़ी: दो में से एक ऑक्सीजन प्लांट खराब।
- भिवानी: जिला अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट लंबे समय से बंद; मरम्मत में 9 लाख रुपये की लागत आंकी गई है।
- जींद: सिविल अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट खराब; 5 लाख रुपये का बजट मांगा गया है।
सरकार चेत जाए वरना हालात होंगे भयावह
सैलजा ने कहा कि जब सरकार की अपनी व्यवस्था ही बीमार है, तो वह प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा कैसे कर पाएगी? उन्होंने सरकार से मांग की कि वह स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर संज्ञान लेते हुए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना से जुड़ी तैयारियां अब भी कागज़ों तक सीमित हैं, और विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
जनता से की सावधानी बरतने की अपील
सांसद ने आमजन से अपील की कि कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए सतर्कता बरतें, मास्क का नियमित प्रयोग करें, हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और भीड़भाड़ से बचें।