गुरुग्राम, 26 मई: एक ओर केंद्र की भाजपा सरकार और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बड़े गर्व से यह दावा कर रहे हैं कि भारत अब जापान जैसी विकसित अर्थव्यवस्था की कतार में खड़ा हो गया है। अखबारों में बयान, टीवी पर बधाई, और सोशल मीडिया पर जश्न का माहौल है — लेकिन ज़रा गुरुग्राम के उन 500 होमगार्ड जवानों की हालत देखिए, जिन्हें अप्रैल महीने की तनख्वाह आज 26 मई तक भी नहीं मिली।
ये वही जवान हैं जो 45 डिग्री की भीषण गर्मी में सड़कों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखते हैं। कभी ट्रैफिक संभालते हैं, कभी वीआईपी ड्यूटी निभाते हैं, कभी सड़कों पर बारिश का पानी निकलवा रहे होते हैं तो कभी उपद्रव के बीच शांति बनाए रखने में जान जोखिम में डालते हैं। मगर जब उनकी अपनी गृहस्थी चलाने की बात आती है, तो हरियाणा के भाजपा सरकार की प्राथमिकताओं में इनकी मेहनत की कोई कीमत नहीं दिखती।
यह हाल तब है जब भारत को जापान जैसी अर्थव्यवस्था बनने का तमगा दिया जा रहा है।
यह तुलना करते वक्त एक और सच्चाई समझनी होगी —
जापान की 12 करोड़ की आबादी ने जो अर्थव्यवस्था बनाई, वह उत्पादकता, जवाबदेही और प्रशासनिक ईमानदारी का नतीजा है। वहीं भारत को 145 करोड़ नागरिकों की दिन-रात मेहनत के बाद जापान की GDP के बराबर लाया गया है। यानी एक जापानी की औसत उत्पादकता बारह भारतीयों के बराबर है। एक के बारह!!! तो क्या हमारी सरकारें उत्पादकता और प्रशासनिक दक्षता में उस स्तर तक पहुँची हैं?
अगर हां, तो फिर ये 500 होमगार्ड जवान 26 दिन से तनख्वाह के इंतज़ार में क्यों हैं? कौन है इस कोताही के लिए जिम्मेदार??
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जो प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं, उनके नेतृत्व में यह लापरवाही साफ दर्शाती है कि यह सरकार केवल दिखावे और आंकड़ों की राजनीति करती है। जब जमीनी सच्चाई पर ध्यान देने का वक्त आता है, तब ये सरकारें आंख मूंद लेती हैं।
मैं हरियाणा सरकार से साफ शब्दों में कहना चाहती हूं:
भारत की अर्थव्यवस्था जापान से बराबरी कर रही है, यह एक आंकड़ा हो सकता है। लेकिन गुरुग्राम के इन होमगार्ड जवानों के घर की अर्थव्यवस्था कौन सुधारेगा?
मैं हरियाणा पुलिस महानिदेशक और गुड़गांव पुलिस कमिश्नर से यह अपेक्षा करती हूं कि अगले 24 घंटे में सभी जवानों की तनख्वाह उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कराई जाए। और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मैं पूछना चाहती हूं — क्या आपके ‘विकास मॉडल’ में वर्दी पहनकर 24 घंटे ड्यूटी करने वाले जवानों की कोई अहमियत नहीं? नायब सैनी जी की भाजपा सरकार को इन होमगार्ड के जवानों से उनकी अप्रैल महीने के मेहनताना के देर से अदायगी के लिए माफी भी मांगनी चाहिए।
जब तक हरियाणा सरकार आम आदमी और ज़मीनी योद्धाओं को प्राथमिकता नहीं देगी, तब तक जापान जैसी तरक्की केवल जुमलों में ही रहेगी, हकीकत में नहीं।