चंडीगढ़, 28 मई। हरियाणा सरकार राज्य की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को परखने और बेहतर बनाने के उद्देश्य से 29 मई को “ऑपरेशन शील्ड” नामक एक व्यापक राज्यव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने जा रही है। यह अभ्यास भारत सरकार के गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन में राज्य के सभी 22 जिलों में सायं 5 बजे से रात 9 बजे तक आयोजित किया जाएगा।

आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी की परख
गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य राज्य के मौजूदा आपातकालीन तंत्र का परीक्षण करना, नागरिक प्रशासन, रक्षा बलों और समुदायों के बीच समन्वय बढ़ाना, और उन खामियों की पहचान करना है जिन्हें समय रहते दुरुस्त किया जा सके। यह अभ्यास विशेष रूप से हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और युद्धकालीन परिदृश्यों का अनुकरण करेगा।

ब्लैकआउट और सायरन बजेंगे, नागरिक रहें सतर्क पर शांत
डॉ. मिश्रा ने बताया कि इस अभ्यास के दौरान कुछ स्थानों पर हवाई हमले के सायरन बजाए जाएंगे, और रात 8 बजे से 8:15 बजे तक एक नियंत्रित ब्लैकआउट भी किया जाएगा। हालांकि, यह ब्लैकआउट अस्पताल, अग्निशमन केंद्र और पुलिस स्टेशनों जैसी आवश्यक सेवाओं पर लागू नहीं होगा। यह अभ्यास पूरी तरह से मॉक ड्रिल है और नागरिकों को इससे डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं है।

स्वयंसेवी संगठन और युवा भी होंगे सक्रिय भागीदार
इस अभ्यास में सिविल डिफेंस वार्डन, पंजीकृत स्वयंसेवक, तथा एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स जैसे युवा संगठन बड़े पैमाने पर भाग लेंगे, ताकि आपात स्थिति में उनकी भूमिका का अभ्यास किया जा सके।

IRS ढांचे के अनुरूप कार्रवाई
यह अभ्यास आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के अंतर्गत स्थापित इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (IRS) के तहत किया जा रहा है, जिसकी अधिसूचना हरियाणा सरकार द्वारा 28 जनवरी 2025 को जारी की गई थी। सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को अभ्यास की सटीक योजना और निष्पादन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

आकलन रिपोर्ट जाएगी गृह मंत्रालय को
अभ्यास के पश्चात जिला अधिकारियों से विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट तैयार कर राज्य स्तरीय समीक्षा के लिए भेजी जाएगी, जिसे गृह मंत्रालय को भी प्रस्तुत किया जाएगा।

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