गुरुग्राम, 1 जून 2025। लक्ष्मण विहार स्थित महिला शक्ति मंच कार्यालय में रविवार को समाज सुधारिका और अद्भुत शासिका माता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती भजन-कीर्तन व मंगल गीतों के साथ हर्षोल्लास से मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच की संस्थापक श्रीमती संतोष श्रीपाल शर्मा ने की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लेकर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों को स्मरण किया।
कार्यक्रम में बोलते हुए श्रीमती शर्मा ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर एक आम महिला नहीं थीं, बल्कि वह उस युग की अग्रणी समाज सुधारिका थीं, जब महिलाएं घोर सामाजिक बंधनों में जकड़ी हुई थीं। उन्होंने न केवल राजकाज संभाला बल्कि महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी कायम की। उनके साथ ही सावित्रीबाई फुले और झांसी की रानी जैसी महान नारियों ने महिलाओं के लिए नई राह दिखाई और स्वतंत्रता संग्राम में भी प्रेरक भूमिका निभाई।
श्रीमती शर्मा ने कहा कि आज भी समाज में दहेज प्रथा, लिंग चयन, घरेलू हिंसा और नशे की लत जैसी बुराइयां व्याप्त हैं। इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ महिलाओं को एकजुट होकर आवाज उठानी होगी। उन्होंने उपस्थित महिलाओं से अपील की कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और अन्य महिलाओं को भी जागरूक करें।
उन्होंने कहा, “महिला जितनी अधिक शिक्षित और जागरूक होगी, समाज उतना ही सुंदर और सभ्य बनेगा। हमें अपने बच्चों को अच्छे संस्कार और शिक्षा देना चाहिए तथा पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए आगे आना चाहिए। यही इंसानियत है और इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी महिलाओं ने समाज में महिला जागरूकता और समानता की दिशा में मिलकर काम करने का संकल्प लिया।