असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षाओं में पेपर लीक, सील टूटी — युवाओं के भविष्य से खिलवाड़: सुरजेवाला

चंडीगढ़ | 3 जून, 2025 – हरियाणा में सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया एक बार फिर सवालों के घेरे में है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) पर सीधे-सीधे पेपर लीक माफिया से मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुरजेवाला ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि HPSC अब “हेराफेरी सर्विस कमीशन” बन चुका है और सरकार के संरक्षण में युवा प्रतिभाओं के भविष्य के साथ भयंकर खिलवाड़ हो रहा है।
साल दर साल भर्ती लटकती रही, अब परीक्षा में फर्जीवाड़ा
रणदीप सुरजेवाला ने भर्ती प्रक्रिया की एक पूरी “क्रोनोलॉजी” सामने रखते हुए कहा कि:
- 2019 के बाद हरियाणा में कॉलेज काडर के असिस्टेंट प्रोफेसरों की कोई नई नियुक्ति नहीं की गई।
- अगस्त 2024 में 26 विषयों के 2,424 पदों की भर्ती निकाली गई, लेकिन अब तक परीक्षा में लगातार गड़बड़ियां सामने आ रही हैं।
- कैमिस्ट्री, हिंदी, हिस्ट्री, बॉटनी, पॉलिटिकल साइंस जैसे विषयों की परीक्षाएं आयोजित की गईं।
29 मई को टूटी सीलें, खुले लिफाफे और न सुरक्षा उपाय
सुरजेवाला ने खुलासा किया कि: “29 मई को असिस्टेंट प्रोफेसर (पॉलिटिकल साइंस) की परीक्षा में कई कमरों में प्रश्न पत्रों की सील टूटी मिली। कुछ लिफाफे पूरी तरह से खुले थे। न तो मोबाइल जैमर था और न सीसीटीवी कैमरा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह पेपर लीक माफिया और HPSC के अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ।
1 जून को हिंदी का पेपर — फिर टूटी सील, फिर लीपापोती
1 जून को आयोजित हिंदी विषय की परीक्षा में भी 6 प्रश्न पत्र लिफाफों की सील टूटी मिली। शिकायतों के बावजूद आयोग ने 30 मई को ही आदेश जारी कर कहा कि यह पैकिंग में हुई गलती है, कोई अनियमितता नहीं।
लेकिन बढ़ते दबाव और सबूतों के सामने आयोग को 3 जून को परीक्षा रद्द करनी पड़ी।
“पेपर लीक भी हुआ, पर्दा भी डाला, अब पर्दा उठ रहा है”: सुरजेवाला
सुरजेवाला ने कहा, “यह पूरी प्रक्रिया हेराफेरी की कहानी है। पेपर लीक हुआ, फिर उसे छिपाने की कोशिश की गई, और अंत में घबराकर परीक्षा रद्द करनी पड़ी।”
उन्होंने बताया कि करीब 1.5 लाख युवाओं ने इस भर्ती प्रक्रिया में भाग लिया, लेकिन उनका भविष्य अब संकट में है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी से रणदीप सुरजेवाला के चार तीखे सवाल
- जब कैमिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस व हिंदी में प्रश्न पत्रों की सील टूटी मिली, तो पॉलिटिकल साइंस और कैमिस्ट्री की परीक्षा रद्द क्यों नहीं की गई?
- क्या मुख्यमंत्री नायब सैनी इन विषयों की जांच से डर रहे हैं?
- CCTV रिकॉर्डिंग को सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा? क्या इससे फर्जीवाड़ा उजागर नहीं हो जाएगा?
- क्या यह पूरा मामला HPSC, पेपर लीक माफिया और सरकार की मिलीभगत को उजागर नहीं करता?
“युवाओं के भविष्य का हिसाब दो”: सुरजेवाला की मांग
रणदीप सुरजेवाला ने मांग की कि मुख्यमंत्री को इन सभी परीक्षाओं की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए और युवाओं के साथ हुए विश्वासघात का स्पष्ट जवाब देना चाहिए।