फसल की एमएसपी नहीं तो दूसरी ओर डीएपी खाद की कालाबाजारी जोरो पर
चंडीगढ़, 05 जून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि स्वयं को किसान हितेषी कहने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार किसान विरोधी है उसने किसानों से सदैैव वायदा खिलाफी की है। किसी न किसी बहाने से किसानों का शोषण किया जा रहा है, फसलों का एमएसपी मिलना तो दूर किसानों को डीएपी खाद तक ब्लैक में खरीदनी पड़ रही है। सांसद ने सरकार से अनुरोध किया है कि डीएपी खाद की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
मीडिया को जारी बयान में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार में बस लूट और हकमारी का आलम है। अन्नदाता किसान की अनदेखी की जाती रही हैै, किसान को आज तक फसलों पर एमएसपी नहीं मिल रही है, तो दूसरे नकली बीच और खाद, कीटनाशक उसकी कमर तोड़ने में लगे हुए है। इस समय सब्जी, धान, नरमा कपास और अन्य फसलों की बिजाई चल रही है जिसमें अधिकतर फसलों की बिजाई में डीएपी खाद की जरूरत होती है पर अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी के चलते डीएपी खाद की कालाबाजारी जोरो पर है, एक बैग डीएपी खाद की सरकारी कीमत 1350 रुपये है, सरकारी दुकानों पर डीएपी खाद की कमी है या चहेतो को दी जा रही हैै आम आदमी प्राइवेट दुकान पर एक बैग 1650 रुपये में खरीदने को मजबूर है यानि किसान को 300 रुपये प्रति बैग ज्यादा देना पड़ रहा है। प्रदेश के कई जिलों में डीएपी खाद की कमी है या ये कमी जानबूझकर पैदा की जा रही है ताकि किसान प्राइवेट दुकानों पर जाकर ब्लैक में खाद खरीदने को मजबूर हो।
कुमारी सैलजा ने कहा सब्जी, धान, नरमा और कपास उत्पादक, किसानों को इस समय डीएपी खाद की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। सरकारी दुकानों पर डीएपी मिल ही नहीं रही, वही प्राइवेट दुकानों पर किसानों से मनमानी वसूली के लिए खुलेआम बिक रही है। मुख्यमंत्री नायब सैनी और किसान विरोधी भाजपा का हरियाणा के किसानों से किया हर वादा एक धोखा ही साबित हुआ है। सांसद कुमारी सैलजा ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है डीएपी खाद की कालाबाजारी मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषी दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए, हर जिला में मांग के अनुसार डीएपी खाद उपलब्ध करवाई जाए और फसलों की एमएसपी पर कानून बनाकर किसानों के साथ न्याय किया जाए।