गुरुग्राम, 6 जून 2025। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जहाँ देशभर में नेता, संस्थाएँ और आम नागरिक उत्साहपूर्वक पौधारोपण कर रहे थे, वहीं गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने इस प्रयास की वास्तविकता और जिम्मेदारी को लेकर कई गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं।

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि “पौधारोपण एक शुभ कार्य है, लेकिन क्या केवल पौधा लगाकर फोटो खिंचवाना ही कर्तव्य पूरा करना है?” उन्होंने सवाल उठाया कि हर साल हजारों पौधे गुरुग्राम की सड़कों, डिवाइडरों और सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जाते हैं, लेकिन देखरेख के अभाव में कुछ ही महीनों में सूख जाते हैं या सड़ जाते हैं।

“फोटो खिंचवाने वाले साल भर कहाँ गायब रहते हैं?”

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि “हर साल पेड़ लगाकर सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करने वाले लोग, साल भर उन पौधों की देखभाल क्यों नहीं करते?” सिंह ने सुझाव दिया कि जो लोग पौधारोपण करते हैं, उन्हें अपने आस-पास पौधे लगाने चाहिए ताकि वे नियमित रूप से उनकी देखभाल कर सकें।

हॉर्टिकल्चर विभाग की लापरवाही पर सवाल

गुरिंदरजीत सिंह ने हॉर्टिकल्चर विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “राजीव चौक फ्लाईओवर, एमजी रोड, सिग्नेचर टावर रोड जैसी जगहों पर लाखों रुपये खर्च कर पौधे लगाए गए थे, लेकिन देखरेख के अभाव में वे कुछ ही समय में नष्ट हो गए और चुपचाप हटा दिए गए।” उन्होंने आरोप लगाया कि “पेड़ लगाना विभाग की प्राथमिकता है, लेकिन देखभाल नहीं।”

सिर्फ पौधारोपण नहीं, अवैध कब्जे भी हटें

पर्यावरण संरक्षण के व्यापक दृष्टिकोण पर बात करते हुए गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि केवल पौधारोपण से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा, “जब तक गुरुग्राम के पार्कों, ग्रीन बेल्ट, तालाबों और झीलों से अवैध कब्जे नहीं हटाए जाते, तब तक पर्यावरण संरक्षण अधूरा है।”

उन्होंने प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों से यह मांग की कि:

  • पार्कों और ग्रीन बेल्ट की जमीनों से अवैध कब्जे हटाए जाएँ।
  • तालाबों और झीलों को पुनर्जीवित किया जाए।
  • ग्रीन स्पेस को बचाने के लिए भूमि अधिग्रहण व संरक्षण नीति बनाई जाए।
  • कूड़े और गंदगी के ढेर हटाकर गुरुग्राम को वास्तविक “ग्रीन सिटी” बनाया जाए।

सफाई के बिना पर्यावरण संरक्षण अधूरा

गुरिंदरजीत सिंह ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि सफाई किसी भी पर्यावरणीय पहल की बुनियाद है। “जब तक गुरुग्राम गंदगी से मुक्त नहीं होता, तब तक किसी भी प्रकार का पौधारोपण केवल दिखावा रह जाएगा।” उन्होंने यह भी पूछा कि “जो नेता हर साल फोटो खिंचवाकर पौधारोपण करते हैं, वही गुरुग्राम की सफाई के मुद्दे पर चुप क्यों हैं?”

प्रशासन, नेताओं और विभागों को चेताया

गुरिंदरजीत सिंह ने अपने वक्तव्य के अंत में वन मंत्री नरबीर सिंह, विधायक मुकेश शर्मा, एमसीजी आयुक्त राजरानी मल्होत्रा, हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारी और डीटीपी आरएस बाठ से मांग की कि वे गुरुग्राम को वास्तव में स्वच्छ, हरित और पर्यावरण अनुकूल शहर बनाने की दिशा में ठोस कार्रवाई करें – सिर्फ औपचारिक घोषणाएँ नहीं।

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