देहात की चौपालों में कार्यशाला, गोष्ठी, संवाद सत्र और नुक्कड़ नाटकों के जरिए किया जा रहा जागरूक।
कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने थी अभियान की घोषणा।
बच्चों की शिक्षा, महिलाओं की स्वच्छता, वित्तीय साक्षरता और साइबर ठगी पर किया जा रहा जागरूक।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने आसपास के देहात में ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के उद्देश्य से सोशल इमर्शन प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत बच्चों की शिक्षा, महिलाओं की स्वच्छता, वित्तीय साक्षरता और साइबर ठगी पर जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान का जिम्मा स्किल डिपार्टमेंट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस को सौंपा गया है। विद्यार्थियों की टीमें गांव-गांव जाकर चौपालों में कार्यशाला, गोष्ठी, नुक्कड़ नाटक और संवाद सत्र आयोजित कर रही हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के अभियान की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय आसपास के गांवों में लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने को प्रतिबद्ध है। यह विश्वविद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी भी है। हम विश्वविद्यालय की बौद्धिक संपदा और अन्य संसाधनों का इस अभियान में सदुपयोग करेंगे। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि अभी शुरुआत है। भविष्य में इस अभियान को और व्यापक बनाया जाएगा। एनएसएस सहित अन्य टीमें भी इसमें सक्रिय की जाएंगी। जागरूकता विकास और उत्थान की पहली सीढ़ी है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थी जागरूकता पर आधारित इस प्रोजेक्ट को पूरी कुशलता से पूरा करेंगे। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने बताया कि फैकल्टी को भी इस अभियान में सक्रिय किया जाएगा। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से सहयोग की अपील भी की।
स्किल डिपार्टमेंट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस के चेयरमैन डॉ. समर्थ सिंह ने बताया कि सामाजिक जिम्मेदारी और समुदाय से जुड़ाव की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए सोशल इमर्शन प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों की टीमें गांवों में जाकर चौपालों में कार्यशाला, गोष्ठी, संवाद सत्र और नुक्कड़ नाटक आयोजित कर रहे हैं। डॉ. समर्थ सिंह ने बताया कि पहले चरण में वित्तीय साक्षरता को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि ग्रामीणों को वित्तीय बचत और निवेश के विषय में जागरूक किया जा सके। साथ ही उन्हें साइबर ठगी से बचने के लिए भी आगाह किया जा रहा है। ग्रामीणों के साथ सबसे ज्यादा साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। चेयरमैन डॉ. समर्थ सिंह ने बताया कि बच्चों की शिक्षा और महिलाओं की स्वच्छता पर नुक्कड़ नाटक तैयार किए गए हैं और विद्यार्थी देहात में जाकर सार्थक संदेश दे रहे हैं। उन्हें ग्रामीणों का अच्छा सहयोग भी मिल रहा है। इन प्रोजेक्ट्स के ज़रिए शैक्षणिक ज्ञान को सामाजिक सहभागिता के साथ जोड़ा जा रहा है, जिससे छात्रों में सिर्फ प्रोफेशनल स्किल नहीं बल्कि एक ज़िम्मेदार नागरिक बनने की सोच भी विकसित हो रही है। इससे छात्रों में संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना आती है, जो बैंकिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स के लिए बेहद ज़रूरी है।
इस अभियान में मार्गदर्शन के लिए उन्होंने कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार और डीन प्रोफेसर ऋषिपाल के प्रति आभार ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के साथ फील्ड में डॉ. योगेश वर्मा, अशीमा जिंदल और डॉ. प्रियंका रचनात्मक भूमिका निभा रहे हैं।