यूनिवर्सिटी प्रशासन घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही करे: पूनिया

चंडीगढ़, 11 जून – हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में अपने हक़ की मांग कर रहे छात्रों को VC साहब से मिलने की बजाय सिक्योरिटी गार्ड्स से पिटवाया गया। पीटने वालों में ना केवल सिक्यॉरिटी गार्ड थे बल्कि प्रोफेसर भी शामिल रहे और गली के गुंडों की तरह व्यवहार कर रहे थे। बताया जा रहा है कि यह सब वाइस चांसलर के इशारे पर ही हो रहा था। अखिल भारतीय किसान सभा के उपाध्यक्ष सरबत सिंह पूनिया ने छात्रों को क्रूरता से पिटाई करने की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए कहा आंदोलन दमन से नहीं बल्कि बातचीत कर समस्याओं का समाधान करने से रुकता है। उन्होंने कहा VC ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है।
उन्होंने कहा घटना उस समय हुई जब छात्र स्कॉलरशिप नीति में बदलाव के खिलाफ VC कार्यालय के बाहर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। छात्र बस इतना चाहते थे कि VC उनसे मिलकर उनकी बात सुने। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बातचीत करने के बजाय दमन का रास्ता अख्तियार किया। कई छात्रों को धक्का दिया गया, बाल पकड़कर खींचा गया और डंडे, लात-घूंसे मारे गए। ऐसी ही घटना दिन में भी कुछ गार्ड्स ने छात्रों के साथ की थी। किसान नेता ने मांग की इस घटना के तमाम दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
विदित है कि पहले 75% से अधिक अंक लाने वाले छात्रों को स्कॉलरशिप मिलती थी। अब यूनिवर्सिटी ने नियम बदलकर कहा है कि केवल टॉप 25% छात्रों को ही स्कॉलरशिप मिलेगी। इससे बाकी मेहनती छात्रों का हक छिन गया।
किसान नेता सरबत सिंह पूनिया ने कहा इस संकट की इस घड़ी में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा छात्रों के आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया जाएगा। किसान सभा मांग करती है, जिन अधिकारियों पर एफ आई आर दर्ज की गई है, उन्हें तुरन्त गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा पहले की तरह 75 प्रतिशत अंक वालों को स्कालरशिप दी जाए।