
गुरुग्राम, 14 जून। शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अंतर्गत चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा के 14वें दिन नगर निगम गुरुग्राम, नगर परिषद सोहना, पटौदी-जटौली मंडी और नगर पालिका फरुखनगर के विभिन्न क्षेत्रों से निर्माण एवं ध्वस्तीकरण अपशिष्ट (सीएंडडी वेस्ट) को हटाया गया।
इस विशेष अभियान के तहत स्वच्छता कर्मियों ने सार्वजनिक स्थलों से मलबा, कचरा व अन्य ठोस अपशिष्टों की सफाई की और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे सार्वजनिक स्थलों पर मलबा या कचरा न फेंकें और शहर को स्वच्छ रखने में भागीदार बनें।

निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि यह केवल एक सफाई अभियान नहीं, बल्कि लोगों को स्वच्छता के प्रति ज़िम्मेदारी का अहसास कराने का प्रयास है। उन्होंने कहा, “शहर की स्वच्छता केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का भी फर्ज़ है। सीएंडडी वेस्ट का प्रबंधन स्मार्ट और सतत शहरी विकास की दिशा में एक अहम कदम है।”
उल्लेखनीय है कि स्वच्छता पखवाड़ा अब एक प्रतीकात्मक अभियान भर नहीं रहा, बल्कि यह जन-जागरूकता और भागीदारी का मंच बन गया है। नगर निगम और अन्य स्थानीय निकायों द्वारा मलबा और निर्माण अपशिष्ट को हटाने की यह पहल सराहनीय है – खासतौर पर तब, जब सीएंडडी वेस्ट अक्सर अनदेखा रह जाता है और शहरी सौंदर्य के साथ-साथ स्वच्छता के लिए भी चुनौती बनता है। नागरिकों को अब केवल सफाई का उपभोक्ता नहीं, बल्कि उसका भागीदार बनना होगा। यह समझना जरूरी है कि स्वच्छता की शुरुआत हमारे घर से, हमारे व्यवहार से होती है। यदि हम सार्वजनिक स्थानों को साफ़ नहीं रख सकते, तो किसी अभियान से स्थायी बदलाव की अपेक्षा करना व्यर्थ होगा। नगर निगम गुरुग्राम द्वारा किए जा रहे प्रयासों में निरंतरता और प्रभावशीलता बनाए रखना आवश्यक है, साथ ही नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से ही “स्वच्छ गुरुग्राम” का सपना साकार हो सकता है।