सोमवार को राजस्व विभाग के द्वारा पुलिस ग्रामीणों की मौजूदगी में जमीन की पैमाइश 

आरोप ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली जमीन को फर्जी मालिक बन किराए पर दिया

आरंभिक तौर पर ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली जमीन की दावेदारी सही पाई गई

फतह सिंह उजाला 

बोहड़ाकला / पटौदी । महाकालेश्वर कल्याण ट्रस्ट के फाउंडर ट्रस्टी और महामंडलेश्वर ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली जमीन पर बने चैरिटी बिल्डिंग के रकबे की पैमाइश को सही पाया गया। सोमवार को राजस्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला  के प्राचीन हनुमान मंदिर महाकाल मंदिर के पास में ही बनी हुई चैरिटी बिल्डिंग जिसमें की जेएमके अस्पताल  व गौशाला का निर्माण किया गया (मौजूदा समय में खूंगा अकैडमी) की जमीन की पैमाइश की गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ-साथ प्रबुद्ध ग्रामीण भी मौजूद रहे । गौरतलब है कि शुक्रवार को ही ग्राम सभा प्रधान राम भूल चौहान और बेगराज यादव की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात कर संबंधित मामले में सबूत और विभिन्न साक्ष्य सौंपते हुए आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई किया जाने का अनुरोध किया था। सोमवार को जमीन की की गई पैमाइश इसी कड़ी का महत्वपूर्ण कानूनी कार्रवाई का एक पक्ष माना जा रहा है। अब इस प्रकार की अटकलें और अधिक तेज हो गई है कि इस पूरे प्रकरण में आरोपियों की मुश्किलें और अधिक बढ़ना निश्चित है।

सोमवार को बोहड़ाकला  के प्राचीन हनुमान मंदिर/ महाकाल मंदिर के साथ पीछे की तरफ बने हुए अस्पताल परिसर की पैमाइश के मौके पर ग्राम सभा के प्रधान राम भूल चौहान, एडवोकेट विनोद कुमार, मौजूदा सरपंच मनबीर चौहान, पूर्व सरपंच यादवेंद्र गोगली शर्मा, बोहड़ाकला बावनी के प्रधान राजेश चौहान बब्बू, उदय भान चौहान छोटू, भूपेंद्र, सोनू, देवेंद्र चौहान अध्यक्ष सहित और भी प्रमुख ग्रामीण मौजूद रहे। स्वामी ज्योति गिरी के द्वारा बनाए गए चैरिटी अस्पताल व गौशाला का 9 दिसंबर 2015 को तत्कालीन गवर्नर कप्तान सिंह सोलंकी के द्वारा उद्घाटन किया गया। इसके बाद से स्वामी ज्योति गिरी के स्वामित्व वाले इस परिसर में जरूरतमंद साधु संतों गरीब लोगों व आम जनमानस को स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने के साथ-साथ लाचार बेबस जख्मी दुर्घटनाग्रस्त गोधन की सेवा का कार्य आरंभ कर दिया गया। इसी बीच महामंडलेश्वर ज्योति गिरी महाराज अचानक अज्ञातवास के लिए प्रस्थान कर गए । कुछ समय पहले ही उनके द्वारा सार्वजनिक रूप से पूरे घटनाक्रम को अपने खिलाफ रची गई एक गहरी सुनियोजित साजिश बताया। इसी दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि उनके स्वामित्व वाली प्रॉपर्टी पर किसी प्रकार की छेड़छाड़ या दुरुपयोग नहीं किया जाए।

अपने ही एक शिष्य के द्वारा बोहड़ाकला प्रवास के उपरांत उपलब्ध जानकारी के बाद महामंडलेश्वर ज्योति गिरी महाराज ने अपने स्वामित्व वाली जमीन खेवट 174, किला नंबर 13(8-0) 14(8-0) निर्मित बिल्डिंग परिसर टोटल क्षेत्रफल 4 कैनल 6 मरला को लेकर बिलासपुर थाना में आपराधिक मामला दर्ज करवाया। आरोप लगाया गया कि कुछ लोगों के द्वारा उनके स्वामित्व वाली प्रॉपर्टी के फर्जी मालिकान बनकर फर्जी तरीके से किराए पर दे दिया गया है। बिल्डिंग में जो कुछ भी मेडिकल अथवा स्वास्थ्य सेवाओं में उपयोग होने वाले उपकरण अथवा सामग्री इत्यादि अस्पताल बिल्डिंग परिसर से नदारत  है । इसी प्रकरण में पुलिस के द्वारा दर्ज आपराधिक मामले में आरोपियों के द्वारा धमकी दिया जान की बात भी लिखवाई गई है। बहरहाल सोमवार को ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली प्रॉपर्टी की पैमाइश के बाद सूत्रों के मुताबिक स्वामी ज्योति गिरी की प्रॉपर्टी क्षेत्रफल के दावे को सही पाया गया। इस प्रकार देखा जाए तो अब आने वाले समय में आर्मी बेस्ट ट्रेनिंग सेंटर खूंगा अकैडमी संचालकों के साथ-साथ अन्य आरोपियों के लिए परेशानियां कम नहीं होती दिखाई दे रही हैं ।

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