फूट डालो, राज करो के सिद्धांत पर कांग्रेस ने वंचितों, गरीबों, दलितों को अधिकारों से वंचित रखा : डा. के लक्ष्मण
कांग्रेस पार्टी ने ओबीसी समाज के साथ भेदभाव किया : मोहन लाल बड़ौली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातिगत जनगणना कराने के फैसले का पंचकूला में ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. के लक्ष्मण, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली ने स्वागत और अभिनंदन किया
चंडीगढ़, 17 जून। जातिगत जनगणना के लिए ओबीसी मोर्चा द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत मंगलवार को भाजपा के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. के लक्ष्मण और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली ने पंचकूला स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय पंचकमल में प्रेसवार्ता की। डा. के लक्ष्मण और मोहन लाल बड़ौली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातिगत जनगणना कराने के फैसले का स्वागत और अभिनंदन किया। डा. के लक्ष्मण ने कांग्रेस पार्टी पर तीखे सवाल किए और कहा कांग्रेस ने कभी भी ओबीसी वर्ग के साथ न्याय नहीं किया। कांग्रेस ने सदा फूट डालो, राज करो के सिद्धांत पर वंचितों, गरीबों, दलितों को सरकार की योजनाओं से वंचित रखा। वहीं श्री बड़ौली ने भी कांग्रेस पार्टी पर ओबीसी समाज के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। इस मौके पर मंत्री राजेश नागर, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मदन चौहान, मुख्य प्रवक्ता जवाहर यादव भी मौजूद रहे।
ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने कहा कि ओबीसी मोर्चा देशभर में जातिगत जनगणना को लेकर जो अभियान चला रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के जातिगत जनगणना के निर्णय का राहुल गाधी श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल गांधी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि परिवार के तीन-तीन लोग प्रधानमंत्री रहे और कांग्रेस की 55 से 60 सालों तक सरकार रही तब जातिगत जनगणना क्यों नहीं कराई गई। डा. लक्ष्मण ने कहा कि अंग्रेजों के समय में जाति को जोड़कर जनगणना की गई थी, लेकिन देश आजाद होने के बाद जवाहर लाल नेहरू ने प्रधानमंत्री बनते ही इसे रोक दिया।
डा. लक्ष्मण ने कहा कि आज राहुल गांधी संविधान की पुस्तक लेकर लोगों को गुमराह करते घूम रहे हैं। भाजपा को लेकर राहुल गांधी ने अफवाहें फलाई कि भाजपा सरकार बनी तो आरक्षण खत्म हो जाएगा, संविधान को बदल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का लक्ष्य लोगों को मुख्य लक्ष्य से भटकाना है। अब जनता को भी मालूम हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी जो बोलते हैं वहीं करते हैं।
डा. लक्ष्मण ने कहा कि देश की आजादी के बाद पहला काका कालेलकर आयोग बना। इस आयोग ने ओबीसी समाज में जितनी भी जातियां सभी की जनगणना की सिफारिश की, लेकिन जवाहर लाल नेहरू ने इसे इंकार दिया। जवाहर लाल नेहरू राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखकर जाति के आधार पर आरक्षण को भी मना दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर ने जवाहर लाल नेहरू का विरोध किया तब कांग्रेस की सरकार ने आयोग की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
डा. के लक्ष्ण ने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी जातिगत जनगणना नहीं होने दी। जनता पार्टी की सरकार में मंडल कमिशन का गठन किया गया, लेकिन दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद इंदिरा गांधी ने कमिशन पर कोई जिक्र नहीं किया और ओबीसी समाज का पूरा विरोध किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब-जब सरकार में रही कभी भी ओबीसी समाज के आरक्षण का मुद्दा नहीं उठाया। विपक्ष में आने के बाद कांग्रेस इस मुद्दे को हवा दे रही है।
डा. लक्ष्मण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में ओबीसी समाज के आयोग को संविधानिक दर्जा दिया। पीएम मोदी ने 11 सालों में समाज हित में कई निर्णय लिए हैं। केंद्रीय विद्यालयों, सैनिक स्कूलों एवं राष्ट्रीय स्तर पर 27 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की तब जाकर ओबीसी समाज के बच्चे डाक्टर इंजीनियर बनने लगे हैं।
कांग्रेस ने ओबीसी समाज की कभी परवाह नहीं की : मोहन लाल बड़ौली
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि कांग्रेस जातिगत जनगणना के सदा ही विरोध में रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के समय की गई जनगणना के बाद कांग्रेस ने कभी भी जातिगत जनगणना नहीं होने दी। कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदा ही ओबीसी समाज के साथ अन्याय किया और ओबीसी मसाज के कल्याण की कोई परवाह नहीं की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार अंत्योदय की सरकार है। किसी के साथ भेदभाव ना हो इसलिए भाजपा अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है। समाज के अंतिम व्यक्ति का कल्याण हो, उदय हो इसलिए पीएम मोदी ने सभी विषयों को ध्यान में रखते हुए जातिगत जनगणना का निर्णय लिया है।