मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिए निर्देश, हर पहलू की गहन निगरानी और पुख़्ता तैयारी के निर्देश
गुरुग्राम, 19 जून – हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित ग्रुप-सी की कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) परीक्षा को लेकर राज्य स्तर पर प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने चंडीगढ़ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों एवं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर परीक्षा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
मुख्य सचिव ने बताया कि सीईटी की लिखित परीक्षा एक माह के भीतर प्रस्तावित है। अब तक प्रदेशभर में लगभग 13.50 लाख अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए पंजीकरण करवाया है, जिसके लिए 1684 परीक्षा स्थलों का प्रस्ताव है। उन्होंने संकेत दिए कि परीक्षाएं अभ्यर्थियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए दो या तीन दिनों में, 4 से 6 चरणों में आयोजित की जा सकती हैं।
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके जिले में चिन्हित किए गए परीक्षा स्थलों की भौतिक जांच सुनिश्चित की जाए और परीक्षा के दृष्टिगत सभी बुनियादी सुविधाएं — जैसे सुरक्षा, पेयजल, शौचालय, बिजली, बैठने की व्यवस्था, और आवागमन की सुविधा — पूरी तरह दुरुस्त होनी चाहिए।
गुरुग्राम में प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी देते हुए एसडीएम परमजीत चहल ने बताया कि जिले में 107 परीक्षा स्थल निर्धारित किए गए हैं, जिन पर लगभग 40,264 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सीईटी परीक्षा को नकल रहित, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस संबंध में आयोजित जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन भी उपस्थित रहीं। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक परीक्षा स्थल की भौतिक जांच के लिए एक विशेष जिला स्तरीय समिति गठित की जाएगी जिसमें एसडीएम, सीआईडी और शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल होंगे।
एसडीएम ने निर्देश दिए कि यदि किसी परीक्षा स्थल का पूर्व में अनुचित गतिविधियों से संबंध रहा हो, या यदि वह अत्यधिक दूरस्थ क्षेत्र में स्थित हो, तो ऐसे स्थानों को सूची से हटाकर नए, सुगम और सुरक्षित विकल्प चुने जाएं।
उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा। परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने हेतु व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, पुलिस प्रशासन को सतर्क मोड में रखा जाएगा ताकि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता या व्यवधान की कोई संभावना न रहे।
एसडीएम ने यह भी कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और समय पर अपनी जिम्मेदारियां पूर्ण करें ताकि गुरुग्राम जिले में यह परीक्षा पूर्ण सफलता और निष्पक्षता के साथ संपन्न हो सके।