प्राणिक ऊर्जा से आत्मबल, संतुलन और आंतरिक शांति की ओर एक प्रेरणादायक कदम

गुरुग्राम (जतिन/राजा)। SURTAJ फाउंडेशन और MCKS योग विद्या प्राणिक हीलिंग ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में गुरुग्राम में विशेष बच्चों के माता-पिता के लिए दो दिवसीय प्राणिक हीलिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला विश्वविख्यात आध्यात्मिक गुरू चोआ कोक सूई की शिक्षाओं पर आधारित थी और इसका उद्देश्य विशेष बच्चों के अभिभावकों को मानसिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाना था।
प्रशिक्षण से ऊर्जा, आशा और आत्मविश्वास की अनुभूति
प्राणिक हीलिंग ट्रेनर रजलक्शी द्वारा कार्यशाला के दौरान लिए गए गहन, प्रभावशाली और करुणामयी सत्रों ने प्रतिभागियों को न केवल सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया, बल्कि उन्हें हीलिंग यात्रा की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित भी किया। माता-पिता ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण ने उन्हें अपने जीवन और बच्चों के जीवन को नई दिशा देने की प्रेरणा दी है।
“प्राणिक हीलिंग आत्मा के स्तर पर कार्य करती है” – वरुण जैन
कार्यक्रम में MCKS ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी वरुण जैन ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि, “प्राणिक हीलिंग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्तर पर भी प्रभावी होती है। यह आत्मा के स्तर पर कार्य करती है और व्यक्ति को भीतर से पूर्ण रूप से संतुलित करती है।”
नरिंदर कौर की जीवन यात्रा बनी प्रेरणा
SURTAJ फाउंडेशन की संस्थापक और स्वयं एक प्राणिक हीलर नरिंदर कौर की प्रेरक जीवन यात्रा ने कार्यशाला में सभी को गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने बताया कि, “एक विशेष बच्चे की सिंगल मदर होने के नाते मुझे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन प्राणिक ऊर्जा के अभ्यास ने मेरे जीवन को बदल दिया। जब मैं स्वयं अंदर से ठीक होने लगी, तो मेरा बच्चा भी सकारात्मक रूप से बदलने लगा।”
उन्होंने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति की नहीं, पूरे परिवार की हीलिंग प्रक्रिया है।
प्रमुख सत्र और विषय
इस कार्यशाला में निम्नलिखित विषयों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए:
- ट्विन हार्ट्स मेडिटेशन
- ऊर्जा शुद्धिकरण की तकनीकें
- चरित्र निर्माण एवं आत्म-बल विकास
- भावनात्मक संतुलन एवं आंतरिक शांति
- दैनिक जीवन में स्वयं को हील करने के व्यावहारिक उपाय
एक नई शुरुआत – आशा, आत्मबल और आध्यात्मिकता की दिशा में
SURTAJ और MCKS ट्रस्ट का यह सम्मिलित प्रयास विशेष जरूरतों वाले बच्चों के माता-पिता और परिवारजनों के लिए एक आशाजनक पहल सिद्ध हुआ है। कार्यशाला ने प्रतिभागियों को न केवल हीलिंग की राह दिखाई, बल्कि यह भी सिखाया कि आंतरिक शक्ति और शांति से ही जीवन में सच्चा संतुलन और समाधान संभव है।
यह आयोजन भविष्य में भी ऐसे परिवारों के लिए प्रेरणा और आत्मबल का स्रोत बना रहेगा।