“कार्य के शुभारंभ और शिलान्यास होते हैं धूमधाम से, लेकिन गुणवत्ता पर नहीं कोई ध्यान”

गुरुग्राम, 24 जून। समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने गुरुग्राम में चल रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया कि शहर में सड़कों, सीवरेज और अन्य बुनियादी सुविधाओं के नाम पर करोड़ों के बजट पास हो रहे हैं, लेकिन कार्य की गुणवत्ता और निगरानी की गंभीर कमी है।
शुभारंभ और शिलान्यास, लेकिन गुणवत्ता का कोई जिम्मेदार नहीं!
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि हर वार्ड में कार्यों का शुभारंभ हो रहा है, मेयर राजरानी मल्होत्रा और पार्षदों द्वारा शिलान्यास किए जा रहे हैं, लेकिन कहीं भी गुणवत्ता की निगरानी नहीं हो रही। उन्होंने प्रतापनगर की सीवर लाइन का उदाहरण देते हुए कहा कि दो महीने से पाइप डालने का कार्य चल रहा है, लेकिन आज तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ।
हादसे के बाद ही प्रशासन जागता है?
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि आज ही एक टिप्पर वाहन नया बना मैनहोल धंसने के कारण फंस गया, जिससे एक बार फिर घटिया निर्माण की पोल खुल गई। उन्होंने बताया कि स्थानीय निवासियों द्वारा पहले ही घटिया निर्माण की शिकायत की गई थी, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। हादसे के बाद ही जेई और सुपरवाइजर मौके पर नजर आए, जबकि पहले कोई मौजूद नहीं था।
“क्या ऐसे बनेगा गुरुग्राम सिंगापुर?” – विधायक मुकेश शर्मा पर सवाल
उन्होंने विधायक मुकेश शर्मा द्वारा गुरुग्राम को “इंदौर और सिंगापुर” बनाने की बातों को कोरी कल्पना बताया और कहा कि अगर ऐसे घटिया निर्माण और गैरजिम्मेदाराना रवैये से शहर को विकसित किया जा रहा है, तो यह एक धोखा है।
कौन है जिम्मेदार? ठेकेदार या पूरा तंत्र?
गुरिंदरजीत सिंह ने ठेकेदार, एसडीओ, जेई, सुपरवाइजर, पार्षद, मेयर, विधायक और सांसद सभी को सवालों के घेरे में लेते हुए कहा कि जब शिलान्यास और उद्घाटन में सभी मंच पर होते हैं, तो क्या उनकी कोई जवाबदेही नहीं बनती कि कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करें?
चुनाव में आए नेता आज कहां हैं?
उन्होंने कहा कि चुनाव के समय जो नेता बड़े-बड़े वादे करके गुरुग्राम आए थे, आज वे सभी गायब हैं। यहां तक कि जो दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे, वे भी जनता की आवाज बनने के बजाय घरों में बैठे हैं। क्या उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती?
मांग: ठेकेदारों और अधिकारियों पर हो कार्रवाई
गुरिंदरजीत सिंह ने मांग की कि जिन कार्यों में गुणवत्ता में लापरवाही और अनियमितता सामने आई है, उन ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई हो। साथ ही, चुनाव से पहले किए गए वादों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए और गुरुग्राम को साफ-सुथरा बनाने के लिए नई प्लानिंग तैयार कर तत्काल लागू की जाए।
“गुरुग्राम की जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है और प्रशासन जुमलों में उलझा हुआ है। विकास की असल तस्वीर मैदान पर दिखाई देनी चाहिए, पोस्टर और मंचों पर नहीं।” – गुरिंदरजीत सिंह