गुरुग्राम, 3 जुलाई। समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के हालिया बयान—”शिक्षा के ज़रिए बनेगा विकसित भारत”—पर करारा हमला बोलते हुए पूछा है कि सरकारी स्कूलों की लगातार घटती संख्या के बीच शिक्षा के जरिए कैसे बनेगा विकसित भारत?

गुरिंदरजीत सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पिछले 11 वर्षों में नए सरकारी स्कूल खोलने में विफल रही है और जो पहले से संचालित हैं, उन्हें भी धीरे-धीरे बंद किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर निजी स्कूलों में पढ़ाई आम लोगों की पहुंच से बाहर है, तो गरीब बच्चों की शिक्षा का अधिकार कहां सुरक्षित है?

गैर मान्यता स्कूलों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?

गुरिंदरजीत सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट और शिक्षा निदेशालय पंचकूला के स्पष्ट आदेशों के बावजूद गुरुग्राम शिक्षा विभाग गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने हैरानी जताई कि हाल में जारी गैर मान्यता स्कूलों की सूची में गुरुग्राम और बादशाहपुर के किसी भी स्कूल का नाम नहीं है।

“क्या गुरुग्राम का शिक्षा विभाग शिक्षा माफिया के दबाव में काम कर रहा है या राजनीतिक संरक्षण के कारण चुप है?” —गुरिंदरजीत सिंह

बिना लाइसेंस स्कूल कैसे बनायेंगे आदर्श नागरिक?

उन्होंने कहा कि जो स्कूल स्वयं कानून व न्याय व्यवस्था की अवहेलना कर रहे हैं, वे बच्चों को आदर्श नागरिक कैसे बना पाएंगे? ऐसे कई स्कूल हैं जो बिना फायर एनओसी, लाइब्रेरी और प्ले ग्राउंड के चल रहे हैं। कुछ केवल प्राथमिक शिक्षा तक एफिलेटेड हैं, पर बड़ी कक्षाएं चला रहे हैं। कुछ स्कूल तो डमी कक्षाएं और फर्जी ब्रांचों से शिक्षा का व्यवसाय चला रहे हैं।

मांग: गैर मान्यता स्कूलों पर त्वरित कार्रवाई हो

गुरिंदरजीत सिंह ने हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, विधायक मुकेश शर्मा, उपायुक्त गुरुग्राम, जिला शिक्षा अधिकारी (DEO), खंड शिक्षा अधिकारी (BEEO) और शिक्षा विभाग गुरुग्राम से मांग की है कि:

  • गुरुग्राम में चल रहे सभी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
  • सभी गैर मान्यता स्कूलों की सूची सार्वजनिक की जाए।
  • आम जनता को शिक्षा माफिया से बचाने के लिए पारदर्शी और सख्त कार्यवाही की जाए।
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