रणदीप सिंह सुरजेवाला ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में घोटालों का खोला पिटारा, न्यायिक जांच और HPSC को बर्खास्त करने की मांग

चंडीगढ़, 6 जुलाई 2025 – हरियाणा की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्तियों में धांधली को लेकर सियासी भूचाल आ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस वार्ता में हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) और नायब सैनी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए पूरे भर्ती तंत्र को “हेराफेरी का अड्डा” करार दिया।

उन्होंने असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉलेज कैडर) की 2,424 पदों पर हुई भर्तियों को “धांधली, हेराफेरी और गड़बड़झाले की दुकान” बताते हुए इसे रद्द करने और न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 के बाद यह पहली भर्ती प्रक्रिया है, और इसमें भी युवाओं के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ किया गया है।

HPSC को बताया “हेराफेरी सर्विस कमीशन”

सुरजेवाला ने कहा, “HPSC अब हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन नहीं, बल्कि ‘हेराफेरी सर्विस कमीशन’ बन चुका है। इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री नायब सैनी और बिहार से लाए गए HPSC चेयरमैन आलोक वर्मा की है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि असिस्टेंट प्रोफेसर (हिंदी, पॉलिटिकल साइंस और ज्योग्राफी) के पेपर में प्रश्नपत्रों की सील टूटी मिली, गलत प्रश्न पूछे गए और बाद में मनमाने तरीके से प्रश्नों को बदला या हटा दिया गया। खासतौर पर ज्योग्राफी विषय के 32 प्रश्न बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) के पेपर से हूबहू उठाए गए।

सुरजेवाला ने रखे पुख्ता दस्तावेज और प्रमाण

  • 29 मई 2025 को पॉलिटिकल साइंस पेपर की सील टूटी मिली।
  • 1 जून को हिंदी पेपर में 6 लिफाफों की सील टूटी पाई गई और 27 प्रश्न गलत थे, फिर भी 30 मई को आयोग ने “सब ठीक” बताया।
  • लेकिन 3 जून को पेपर रद्द कर दिया गया, जो खुद इस घोटाले की पुष्टि करता है।
  • 8 जून को हुए ज्योग्राफी पेपर में 32 प्रश्न BPSC से नकल कर छापे गए।
  • रिवाइज्ड आंसर की में 17 प्रश्नों को या तो डिलीट कर दिया गया या गलत उत्तर घोषित किया गया, जिससे योग्य अभ्यर्थियों को नुकसान हुआ।

नायब सैनी सरकार युवाओं की जिंदगी से कर रही है खिलवाड़: सुरजेवाला

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने हरियाणा के लाखों युवाओं को ठगा है। 7 साल से प्रोफेसर की नियुक्ति नहीं की और जब की तो वह भी धोखाधड़ी से भरी पाई गई। उन्होंने कहा, “भर्ती घोटाले भाजपा की पहचान बन चुकी है, और अब हरियाणा भाजपा भर्ती जालसाजी पार्टी बन चुकी है।”

सुरजेवाला ने सरकार के सामने रखीं 5 मांगें:

  1. HPSC को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
  2. पूरी भर्ती प्रक्रिया को दोबारा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित किया जाए।
  3. सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में न्यायिक जांच कराई जाए।
  4. HPSC की कार्यप्रणाली की समीक्षा के लिए एक्सपर्ट कमेटी गठित हो।
  5. भर्ती में अनियमितता करने वाले सभी जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।

निष्कर्ष:

कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने इस पूरे प्रकरण को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए नायब सैनी सरकार को चेताया है कि अगर समय रहते न्याय नहीं मिला, तो कांग्रेस जन-आंदोलन छेड़ेगी। अब देखना यह है कि हरियाणा सरकार इस गंभीर आरोपों के बाद क्या रुख अपनाती है।

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