मुख्यमंत्री नायब सिंह की घोषणाएं साबित हो रही हैं खोखली – समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह

गुरुग्राम, 6 जुलाई 2025 – गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने शहर की सड़कों पर लावारिस पशुओं की बढ़ती संख्या और आए दिन हो रहे हादसों को लेकर सरकार और नगर प्रशासन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “गुरुग्राम की सड़कें इन दिनों लावारिस पशुओं का अड्डा बन चुकी हैं, जिससे नागरिकों की सुरक्षा खतरे में है और शासन-प्रशासन तमाशबीन बना हुआ है।”

सड़कों पर पशु, जनता बेहाल

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि चाहे मदनपुरी रोड, देवीलाल कॉलोनी, एसडी स्कूल खांडसा रोड, या कृष्णा कॉलोनी हो, हर जगह आवारा पशुओं का जमावड़ा देखा जा सकता है। गौ वंश खुलेआम कूड़ा खा रहे हैं, जिससे एक ओर जहां उनका जीवन खतरे में है, वहीं दूसरी ओर वाहनों की आवाजाही में बाधा और दुर्घटनाओं का खतरा भी बना हुआ है।

सरकार और नगर निगम पर तंज

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की घोषणाएं केवल कागजों तक सीमित रह गई हैं। टास्क फोर्स गठन और गौशालाओं को आर्थिक सहायता की बात तो हुई, पर धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं दिखती। गुरुग्राम नगर निगम द्वारा पशुओं को पकड़ने के लिए निजी एजेंसी को ठेका देने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है।

हाल ही की घटनाएं बनी चिंता का कारण

गुरिंदरजीत सिंह ने जानकारी दी कि दो दिन पहले सेक्टर-9 में तीन महिलाओं पर लावारिस पशुओं ने हमला कर घायल कर दिया था। राष्ट्रीय राजमार्गों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ऐसे दृश्य आम हैं, जहां तेज रफ्तार वाहनों की टक्कर से गंभीर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।

जिम्मेदार कौन?

उन्होंने पूछा कि क्या इन हालातों के लिए सरकार, नगर निगम, जीएमडीए, जनप्रतिनिधि या लापरवाह डेयरी संचालक जिम्मेदार नहीं हैं? पशुओं को दिन भर सड़क पर छोड़ देना और प्रशासन का चुप रहना एक गंभीर लापरवाही है।

स्पष्ट मांगें:

  • लावारिस गौ वंश को जल्द से जल्द गौशालाओं में पहुंचाया जाए।
  • जो लोग अपने पशु सड़कों पर छोड़ते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
  • गुरुग्राम शहर की सड़कों की साफ-सफाई तत्काल कराई जाए।

गुरिंदरजीत सिंह ने मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, मेयर, उपायुक्त और नगर निगम कमिश्नर से अपील की है कि वे इस समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित करें, ताकि गुरुग्राम को एक सुरक्षित और स्वच्छ शहर बनाया जा सके।

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