गुरुग्राम, 11 जुलाई 2025 – मानसून की पहली बारिश ने गुरुग्राम में विकास के दावों की परतें उधेड़ दी हैं। शहर के सामाजिक कार्यकर्ता और पेशे से इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह (अर्जुन नगर) ने शहर की बदहाल स्थिति को लेकर प्रशासन, भाजपा सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर तीखा हमला बोला है।

“गुरुग्राम अब वादों का दरिया बन चुका है, जिसमें जनता का भरोसा डूब रहा है। दावे धुल गए, तैयारियां बह गईं, और नाकामी छुपाने के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ की एडवाइजरी जारी कर दी गई। अगर काम नहीं करना तो विधायक और मेयर को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”

‘भ्रष्टाचार के पुल और सड़कें’, हर साल धंसती हैं परियोजनाएं

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि भाजपा शासन में बनी सड़कें और पुल भ्रष्टाचार के प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने SPR रोड, द्वारका एक्सप्रेसवे और सोहना-गुरुग्राम एलिवेटेड रोड जैसी परियोजनाओं को लेकर कहा कि:

“हर साल सड़क धंसती है, पुल टूटता है, हादसे होते हैं — पर न कोई जांच होती है, न ही कोई ज़िम्मेदारी तय होती है। मरम्मत छोड़ नई सड़क बनाने की नीति सिर्फ दिखावे और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने की स्कीम है।”

‘पार्षदों को काम करना आता नहीं, विधायक फीता काटने से आगे सोचते नहीं’

सिंह ने कहा कि निगम पार्षद और विधायक केवल समारोहों और उद्घाटनों तक सीमित हैं।
“विकास की बातें करने वाले चुनाव में गली-गली घूमते हैं, लेकिन अब कोई जनता की सुध लेने नहीं आता।”

‘चंडीगढ़ से मीटिंग, जमीन पर शून्य कार्रवाई’

गुरिंदरजीत सिंह ने हरियाणा सरकार की तैयारियों को “हवा-हवाई किला” करार देते हुए कहा:

“133 मिमी बारिश में गुरुग्राम पानी-पानी हो गया। चंडीगढ़ से बैठकर मीटिंगें तो होती हैं, लेकिन ज़मीन पर कुछ भी ठोस काम नहीं होता।”

बीयर से भरा ट्रक गिरा गड्ढे में: शर्मनाक तस्वीर

SPR रोड पर सड़क धंसने से बीयर से लदा एक ट्रक गड्ढे में फंस गया, जिसे घंटों बाद भी नहीं निकाला जा सका। यातायात ठप है, और इलाके में भारी जाम लगा हुआ है।

“ये हादसे प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्टाचार के नतीजे हैं। नेताओं की गैरमौजूदगी और संवेदनहीनता बेहद शर्मनाक है।”

‘वादे पूरे करो या कुर्सी छोड़ो’ — गुरिंदरजीत की सीधी चेतावनी

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नेताओं ने अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं किया तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
“‘वादे पे तेरे मारा गया, झूठा है तेरा वादा’ — ये अब सिर्फ एक फिल्मी डायलॉग नहीं, बल्कि गुरुग्रामवासियों की सच्चाई बन चुका है।”

जलभराव, जाम और बेबस जनता

राजीव चौक और अतुल कटारिया चौक के अंडरपास जलमग्न हो गए। DLF, सुशांत लोक, और गोल्फ कोर्स रोड जैसे पॉश इलाकों में भी जलभराव की समस्या गंभीर रही। प्रशासन की ओर से जारी वर्क फ्रॉम होम की एडवाइजरी को गुरिंदरजीत सिंह ने “नाकामी छुपाने का बहाना” बताया।

“नेताओं की जवाबदेही तय हो, जनता के साथ न्याय हो”

गुरिंदरजीत सिंह ने अंत में कहा कि गुरुग्राम की वर्तमान दुर्दशा सरकार की अक्षमता और भ्रष्टाचार का परिणाम है।

“अगर नेता जिम्मेदारी नहीं निभा सकते, तो उन्हें कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। जनता अब और ठगी नहीं सहने वाली।”

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