-कुछ दिन पहले, एक महीने पहले बनाई गई सडक़ें उखड़ी

-अफसरों की ठेकेदारों से मिलीभगत, नहीं लिए जाते निर्माण सामग्री के सेंपल

-एक बरसात भी नहीं झेल पाई नई बनाई व पैच वर्क की गई सडक़ें

-संबंधित क्षेत्र के पार्षद भी उठाएं आवाज, जनता ने उन्हें विकास के लिए दिया था वोट

गुडग़ांव। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने कहा कि मॉनसून की पहली बरसात में तो नगर निगम के जलनिकासी के दावे तो झूठे निकले ही, साथ में सडक़ें बनाने में किया गया भ्रष्टाचार बरसात के बाद उजागर हो गया है। पिछले कुछ दिनों में किए गए सडक़ों के पैच वर्क, एक महीना पहले बनाई गई सडक़ें उखडक़र भ्रष्टाचार की पोल खोल रही हैं।

पंकज डावर ने कहा कि गुडग़ांव को हर तरह से लूटने का काम किया जा रहा है। धरातल पर कोई विकास, कोई समस्या का समाधान नजर नहीं आ रहा। मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक भले ही यहां विकास की बात कर रहे हों, जलभराव नहीं होने देने की बातें कह रहे हों, लेकिन बरसात ने सारे दावे झूठे साबित कर दिया। बात करें बरसात के बाद सडक़ों की तो हालात और भी बुरे हो गए हैं। पंकज डावर ने कहा कि सेक्टर-4/7 से सेक्टर-9 की तरफ चौक से लेकर बसई रेड लाइट तक करीब एक महीना पहले सडक़ बनाई गई थी। यह सडक़ कई साल से टूटी पड़ी थी। सडक़ बनाने में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया। बरसात में टूट चुकी इस सडक़ पर मलबा इकट्ठा हो गया है। ऐसा लग रहा है जैसे मिट्टी मिलाकर यह सडक़ बनाई गई हो। पूरी परत उखड़ गई है और सडक़ में फिर से गड्ढे हो गए हैं। उन्होंने इस सडक़ में लगाई गई निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या किसी निर्माण कार्य में सामग्री के उपयोग में सैंपल नहीं लिए जाने चाहिए कि उसमें किस स्तर की सामग्री लगाई जा रही है। जिस भी विभाग ने यह सडक़ बनाई है, उसने ऐसा नहीं किया। अगर किया है तो इसकी रिपोर्ट भी जारी होनी चाहिए सामग्री कैसी लगी है। ठेकेदार को पैनल्टी यहां लगाई जानी चाहिए। क्योंकि यहां जनता के खून-पसीने की कमाई को भ्रष्टाचार करके लूटा जा रहा है।

पंकज डावर ने कहा कि अधिकारी इस सडक़ का दौरा करके खुद स्थिति देख सकते हैं कि भ्रष्टाचार यहां सडक़ पर इकट्ठा हुआ पड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में यह क्षेत्र आता है, उस क्षेत्र के पार्षद की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि वह इसकी आवाज उठाए। सरकार तक अधिकारियों का भ्रष्टाचार पहुंचाए। उन्होंने कहा कि ऐसे ही हालत पटौदी चौक से बसई तक सडक़ के हैं। पटौदी चौक से पटौदी रोड पर सेक्टर-10 सिविल हॉस्पिटल तक सडक़ में गहरे गड्ढे हो चुके हैं। यहां कुछ माह पहले गुडग़ांव के विधायक ने पैच वर्क कराकर वाहवाही लूटने का काम किया था। कुछ दिन बाद नई सडक़ बनाने की बात कही थी। नई सडक़ को बनाई नहीं गई, गड्ढों में किया गया पैच वर्क भी उखड़ गया है। ये गड्ढे और गहरे हो गये हैं। यह भी भ्रष्टाचार के ही कारण हुआ है। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि कहीं पैच वर्क करके सडक़ बनाने की पेमेंट ना हो गई हो। इसकी भी उन्होंने सरकार से जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि नगर निगम का भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है।

अधिकारियों, कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर उनकी जांच तक नहीं कराई जाती। इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि सब मिलकर गुडग़ांव को लूट रहे हैं। सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के दावों तक सीमित रह गई है। भ्रष्टाचार हकीकत में जमकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नए गुडग़ांव में बरसात में ही सडक़ें बनाने वाला जीएमडीए पुराने गुडग़ांव में भी अपने अधिकार क्षेत्र की सडक़ें बनाए। यहां पर भी टैक्स देने वाले लोग रहते हैं। जिन्होंने भाजपा को वोट दिया, वे भी यहां पर रहते हैं। भाजपा के नेताओं को इस बात पर शर्म आनी चाहिए कि उनके घरों के आगे से सडक़ें, गलियां टूटी हैं, मगर वे अपनी आवाज नहीं उठा पा रहे।

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