वन विभाग पर घोटाले के आरोप, CBI जांच और सार्वजनिक ऑडिट की मांग
चंडीगढ़, 13 जुलाई। हरियाणा में पर्यावरण संरक्षण और हरियाली परियोजनाओं को लेकर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि राज्य सरकार की ‘हरियाली’ योजनाएं कागज़ों पर अधिक और ज़मीनी स्तर पर बेहद कम दिखाई देती हैं। उन्होंने कहा कि 970 करोड़ रुपये खर्च किए जाने के बावजूद हरियाणा में हरित क्षेत्र में मात्र 10.72 वर्ग किमी की वृद्धि हुई, जो कि जनता के धन और विश्वास का अपमान है।
वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप
कुमारी सैलजा ने कहा कि वन विभाग की कार्यप्रणाली पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं, लेकिन हाल ही में प्रकाशित रिपोर्टों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह विभाग न केवल अपने मूल कर्तव्यों में विफल रहा है, बल्कि कथित रूप से भ्रष्टाचार में लिप्त भी है।
उन्होंने कहा, “कई स्थानों पर पौधारोपण कागजों में दिखाया गया लेकिन ज़मीन पर नहीं हुआ। कहीं कम पौधे लगाए गए और आंकड़ों में अधिक दर्शाए गए, और कहीं कहा गया कि पौधे सूख गए। यह सब मिलाकर एक संगठित घोटाले की बू दे रहा है।”
अन्य राज्यों की तुलना में हरियाणा पिछड़ा
सांसद ने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी पौधारोपण के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। मध्य प्रदेश में तो 1400 करोड़ खर्च करने के बावजूद हरित क्षेत्र 612 वर्ग किमी घट गया।
विकास कार्यों में वन विभाग की अनावश्यक दखल
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वन विभाग न केवल पौधारोपण में असफल रहा है, बल्कि नगर परिषद, जनस्वास्थ्य, और लोक निर्माण विभाग जैसे संस्थानों के विकास कार्यों में बिना वजह आपत्तियां लगाकर अड़चनें उत्पन्न कर रहा है।
“सड़क, सीवरेज और सार्वजनिक भवन निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में बाधा डालना वन विभाग की कार्यशैली का हिस्सा बन गया है,” उन्होंने कहा।
की गई प्रमुख माँगें:
- हरियाली परियोजनाओं की स्वतंत्र व पारदर्शी जांच कराई जाए
- दोषी अधिकारियों और एजेंसियों के खिलाफ CBI या उच्च न्यायालय की निगरानी में कार्रवाई हो
- वन विभाग की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जाए
- पौधारोपण योजनाओं में खर्च की गई राशि का जनसुनवाई के माध्यम से सार्वजनिक ऑडिट कराया जाए
- विकास कार्यों में वन विभाग की अनावश्यक दखलअंदाजी पर रोक लगे
कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा
कुमारी सैलजा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर चुप नहीं बैठेगी। “हम जनता की आवाज़ को न दबने देंगे, न झुकने देंगे। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करेगी,” उन्होंने कहा।