
970 करोड़ खर्च, हरियाली सिर्फ 10.72 वर्ग किमी बढ़ी; राजस्थान ने 150 करोड़ में किया चमत्कार
चंडीगढ़/रेवाड़ी, 15 जुलाई। स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया है कि हरियाणा में हरियाली बढ़ाने के नाम पर वन विभाग में करोड़ों रुपये का घोटाला हो रहा है। उन्होंने कहा कि कागजों में करोड़ों पौधे लगाने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर हरियाली नाम मात्र की बढ़ी है।
???? राज्यों की तुलना: 2021-2023
राज्य | खर्च (₹ करोड़) | लगाए गए पौधे (करोड़) | हरियाली में वृद्धि (वर्ग किमी) |
---|---|---|---|
हरियाणा | ₹970.88 | 4.19 | 10.72 |
राजस्थान | ₹150 | 20.42 | 394.46 |
- हरियाणा ने राजस्थान से:
- ???? 6.47 गुना अधिक पैसा खर्च किया
- ???? 5 गुना कम पौधे लगाए
- ???? 36 गुना कम हरियाली हासिल की
विद्रोही का आरोप
“कागजों में पौधे लगते हैं, जमीन पर नहीं। वन विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है।”
विद्रोही ने कहा कि राजस्थान ने हरियाणा की तुलना में बहुत कम बजट में कहीं अधिक प्रभावी कार्य किया है। इसके उलट, हरियाणा में प्रतिवर्ष वन महोत्सव के नाम पर लाखों पौधे लगाने के दावे होते हैं, लेकिन वे पौधे नज़र नहीं आते। उन्होंने कहा कि आंकड़े इस बात का सबूत हैं कि हरियाणा में कागजों पर हरियाली बनाई जा रही है, न कि ज़मीन पर।
मुख्यमंत्री से जांच की मांग
वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वन विभाग द्वारा पिछले पांच वर्षों में किए गए पौधारोपण और खर्च की विशेष जांच समिति से गहन जांच करवाई जाए। ताकि यह पता चल सके कि हजारों करोड़ खर्च होने के बावजूद हरियाली क्यों नहीं बढ़ी।