गुरुग्राम, 17 जुलाई। गुरुग्राम की साफ-सफाई व्यवस्था बदहाल होती जा रही है और आम जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है। समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने गुरुवार को राज्य सरकार और नगर प्रशासन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 11 साल की डबल इंजन सरकार ने गुरुग्राम को विकास के बजाय गंदगी, सीवर जाम और टूटी सड़कों के हवाले कर दिया है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 में स्वच्छता रैंकिंग में 19वें स्थान पर रहे गुरुग्राम को बीजेपी की सरकार ने गिराकर 41वें स्थान पर पहुँचा दिया है, जबकि 2023-24 में तो हालात और भी बदतर होकर शहर 140वें पायदान तक जा पहुंचा था।
गुरिंदरजीत सिंह ने खांडसा मंडी, मंडी रोड, बसई रोड, मदनपुरी, जय विहार और सेक्टर 105 जैसे क्षेत्रों का हवाला देते हुए कहा कि गंदगी और सीवर ओवरफ्लो ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, “आज भी खांडसा मंडी गंदगी से भरी है, और खांडसा रोड कीचड़ में तब्दील हो चुकी है। कई कॉलोनियों में नालियों से गंदा पानी ओवरफ्लो होकर गलियों में जमा है, जहां पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा हाल ही में आयोजित कष्ट निवारण समिति शिविर में सफाई व्यवस्था को लेकर कोई ठोस निर्णय क्यों नहीं लिया गया। लापरवाह पार्षदों और अधिकारियों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
भ्रष्टाचार और लापरवाही के गंभीर आरोप
गुरिंदरजीत सिंह ने सफाई व्यवस्था में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा, “सरकार हर साल हजारों करोड़ रुपये स्वच्छता व्यवस्था पर खर्च करती है, फिर भी गलियों में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। यदि ठेका लेने के बावजूद एजेंसियां कूड़ा नहीं उठा रहीं और सीवर की सफाई नहीं हो रही, तो यह सबसे बड़ा भ्रष्टाचार नहीं तो और क्या है?”
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि जब वे खुद ‘जीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन’ की बात करते हैं, तो गुरुग्राम में व्याप्त यह भ्रष्टाचार उन्हें क्यों नहीं दिखता।
जनता में निराशा
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक से लोगों को उम्मीद थी कि सफाई में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई होगी, लेकिन ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई, जिससे आमजन में भारी निराशा है।
अंत में गुरिंदरजीत सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि गुरुग्राम को वास्तव में स्वच्छ और विकसित बनाना है, तो सरकार को जिम्मेदार अधिकारियों, ठेकेदारों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी।