बिल्डर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, सुविधाओं में भारी खामियों का आरोप

गुरुग्राम। गोदरेज एयर सेक्टर-85 परियोजना में फ्लैट बुक कराने वाले सैकड़ों खरीदारों का गुस्सा रविवार को फूट पड़ा। घर न मिलने से परेशान लोगों ने बिल्डर के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि वर्षों से किराए और ईएमआई दोनों का बोझ उठाने के बावजूद उन्हें आज तक अपना घर नहीं मिला है।
बता दें कि खरीदारों ने वर्ष 2021-22 के बीच गोदरेज एयर परियोजना में फ्लैट बुक कराए थे। बिल्डर की ओर से 2023 में कब्जा देने का वादा किया गया था, लेकिन अब दो साल गुजर जाने के बाद भी न तो घर मिले हैं और न ही किसी निश्चित तिथि की जानकारी दी जा रही है। खरीदारों का आरोप है कि बिल्डर से संपर्क करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।
“सपनों का घर, अब बोझ बन गया है”
प्रदर्शन में शामिल खरीदारों ने बताया कि वे अपनी जीवनभर की कमाई इस परियोजना में लगा चुके हैं। वर्षों से किराए के मकान में रहने और हर महीने भारी ईएमआई चुकाने के कारण वे आर्थिक रूप से टूट चुके हैं। अब तो उन्हें लगने लगा है कि सपनों का घर महज़ एक सपना बनकर रह गया है।
सुविधाओं में भारी खामियाँ
प्रदर्शन में जतिन गांधी, जयंत छाबड़ा, प्रवीन कुमार अग्रवाल, रामपाल सिंह, नवीन जैन, प्रिंस मल्होत्रा, गौतम वधवा और शिवेष सिंह ने बिल्डर पर कई गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि:
- सोसायटी तक आने-जाने के लिए सड़क ही नहीं है। 24 मीटर की सेक्टर रोड की लीज समाप्त हो चुकी है जिससे रास्ता अवरुद्ध है।
- हर टावर में तीन लिफ्ट लगाने का वादा किया गया था, लेकिन अब केवल दो ही लिफ्ट लगी हैं, वो भी गुणवत्ता में घटिया। यह उच्च इमारतों के लिए तय मानकों का उल्लंघन है।
- क्लब हाउस और अन्य बुनियादी सुविधाएं अधूरी हैं।
- खरीदारों के यातायात डिज़ाइन में भी कई तकनीकी खामियाँ हैं।
बीबीए की शर्तों का उल्लंघन
खरीदारों ने बताया कि बिल्डर बायर्स-बिल्डर एग्रीमेंट (बीबीए) की शर्तों का भी उल्लंघन कर रहा है। समझौते के अनुसार, बिल्डर को देरी के लिए प्रतिमाह विलंब क्षतिपूर्ति देनी चाहिए, लेकिन अब यह कहा जा रहा है कि यह राशि कब्जा मिलने के बाद समायोजित की जाएगी। खरीदारों ने इसे सरासर अनुचित करार दिया।
“अब चाहिए सिर्फ न्याय”
सभी खरीदारों ने एक सुर में कहा कि अब उनका सब्र जवाब दे चुका है। बिल्डर के लापरवाह रवैये और प्रशासन की चुप्पी ने उन्हें सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस मामले में जल्द हस्तक्षेप कर उन्हें न्याय दिलाया जाए।