निगमायुक्त प्रदीप दहिया वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्लांट का नियमित कर रहे हैं दौरा, मुख्य सडक़ की साइड से व्यू कटर लगाने का कार्य तेजी से जारी
पौधारोपण, फेंसिंग, लैंडस्केपिंग आदि कार्यों के लिए 96 लाख रुपए की राशि होगी खर्च

गुरुग्राम, 23 जुलाई। नगर निगम गुरुग्राम द्वारा फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड स्थित बंधवाड़ी कचरा प्रबंधन प्लांट के सौंदर्यीकरण की दिशा में कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। निगम का यह प्रयास क्षेत्र को न केवल स्वच्छ और पर्यावरणीय रूप से समृद्ध बनाने का है, बल्कि आमजन को एक सुंदर दृश्य प्रदान करने की दिशा में भी एक अहम कदम माना जा रहा है।
प्लांट के सामने मुख्य सडक़ की ओर दृश्य को ढकने के लिए विशेष व्यू कटर लगाए जा रहे हैं। इसके साथ-साथ यहां पर पौधारोपण, झाडिय़ों की रोपाई, फेंसिंग, ट्री गार्ड की स्थापना, अच्छी मिट्टी के साथ सतही टर्फिंग तथा लैंडस्केपिंग का कार्य भी प्रस्तावित है, जिससे यह क्षेत्र हरित और सुंदर बने। इस योजना के लिए नगर निगम द्वारा 96 लाख रूपए की अनुमानित लागत से एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह योजना माननीय निगमायुक्त के निर्देशानुसार 18 जुलाई को तैयार की गई थी। उसी दिन प्रशासनिक और तकनीकी मंजूरी भी संबंधित अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई और तत्पश्चात 18 जुलाई को ही टेंडर जारी कर दिया गया, जो 29 जुलाई को खोला जाएगा।

निगम के चीफ इंजीनियर विजय ढाका ने जानकारी देते हुए बताया कि निगमायुक्त प्रदीप दहिया, अतिरिक्त निगमायुक्त रविन्द्र यादव तथा संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डॉ. प्रीतपाल सिंह ने बुधवार को बंधवाड़ी प्लांट का दौरा किया और वहां पर चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। यहां पर व्यू कटर लगाने, एवं लीचेट ड्रेन निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि बंधवाड़ी साइट पर कार्य को शीघ्रता से पूरा करने के लिए निगम के वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से दौरे कर रहे हैं और व्यू कटर लगाने का कार्य दिन-रात चल रहा है, ताकि यह कार्य जल्द से जल्द पूरा हो सके। उन्होंने बताया कि नगर निगम गुरुग्राम का यह प्रयास एक ओर जहां क्षेत्र की सौंदर्यता को बढ़ाएगा, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण और जन सुविधा की दृष्टि से भी यह एक सराहनीय कदम है।

उल्लेखनीय है कि नगर निगम गुरुग्राम द्वारा दो करोड़ रुपए की लागत सेे बंधवाड़ी कचरा प्रबंधन साइट पर व्यू कटर, चारदीवारी और नाले के निर्माण का कार्य 14 जुलाई से शुरू किया जा चुका है और सबसे पहले साइट की सीमा पर व्यू कटर लगाए जा रहे हैं, ताकि बाहरी क्षेत्र से लैंडफिल का दृश्य अवरुद्ध किया जा सके। इसके अतिरिक्त साइट के बाहर सड़क पर फैले लीचेट और कचरे को हटाकर उसे साइट के अंदर स्थानांतरित किया है। इससे न केवल साइट की सफाई हुई, बल्कि एक नया मार्ग भी तैयार किया गया जिससे अब ट्रकों की आवाजाही केवल साइट के अंदर ही सीमित होने से मुख्य रोड पर लीचेट या कचरे के फैलाव पर रोक लगी है। साइट पर उत्पन्न लीचेट को टैंकरों के माध्यम से निकटतम सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक लगातार ले जाया जा रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्र को प्रदूषण से बचाया जा सके। साइट पर लीचेट की वर्तमान मात्रा को देखते हुए इसे एसटीपी तक ले जाने के लिए 63 लाख रुपए की लागत का नया प्रस्ताव भी तैयार किया गया है।
निगमायुक्त के निर्देश पर 2.45 करोड़ रुपए का नया अनुमानित प्रस्ताव तैयार करके 18 जुलाई को टेंडर लगाए गए हैं, जो 29 जुलाई को खोले जाएंगे। इसमें व्यू कटर के साथ लगती हुई 15 मीटर चौड़ी और 400 मीटर लंबी सीसी रोड का निर्माण शामिल है। सड़क के साथ-साथ आरसीसी ड्रेन का निर्माण भी प्रस्तावित है। गार्बेज ट्रकों की लंबी प्रतीक्षा से बचने और दो द्वारों से सुचारू आवागमन हेतु एक अतिरिक्त धर्म कांटे की स्थापना का भी प्रस्ताव है, जिससे साइट पर प्रवेश और निकास का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके। वहीं, निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए साइट पर एक डीजी सेट स्थापित किया गया है, ताकि कार्यों में निरंतरता बनी रहे।