
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 1 अगस्त : थानेसर के विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से हारी हुई विधानसभा सीटों पर सत्ता पक्ष के विधायक को प्रभारी लगाना निंदनीय है। भाजपा का यह निर्णय संविधान के खिलाफ है। विपक्ष का विधायक भी उतना ही मान्य है जितना सत्ता पक्ष का विधायक। लोकतंत्र में प्रॉक्सी एमएलए की कोई जगह नहीं है। अरोड़ा ने कहा कि भाजपा सबका साथ सबका विकास नहीं चाहती बल्कि सबका हक छीनने वाली पार्टी है। अशोक अरोड़ा अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, तभी से आम आदमी की जेब पर डाका डाला जा रहा है। पहले बिजली दरों में 3 बार बढ़ोतरी की, फिर टोल टैक्स की दरें बढ़ाया और अब कलेक्टर रेट में इजाफा करके लोगों का घर बनाना भी सपना बना दिया है। अरोड़ा ने सवाल उठाया कि सरकार का बजट अगर 2 लाख करोड़ रुपए से ऊपर जा रहा है, तो वो पैसा किसका है ? ये पैसा जनता का ही है, तो फिर कलेक्टर रेट बढ़ाकर गरीब आदमी का घर बनाना क्यों महंगा किया जा रहा है ? ये पैसा जनता का है और सरकार जनता की होनी चाहिए।
अशोक अरोड़ा ने कहा कि सूबे में कानून- व्यवस्था जीरो हो चली है। हर रोज 3-4 हत्याएं और रेप जैसी घटनाएं हो रही हैं। हरियाणा जैसे प्रदेश में नशा तेजी से फैल रहा है लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। आज किसान को यूरिया तक नहीं मिल रहा है। शहर में जल निकासी की समस्या को लेकर कहा कि 25 साल तक नगर परिषद में एक ही परिवार के लोग कुर्सी पर रहे। नगर परिषद के अध्यक्ष, 10 साल से विधायक और मंत्री भी रहे, फिर भी आज निकासी नहीं हो रही तो जिम्मेदार कौन है ? अरोड़ा ने कहा कि अबकी बार नालों की सफाई का काम शुरू हुआ है। इससे पहले नालों की सफाई केवल कागजों में दिखाकर पैसे खाए जाते थे। नगर परिषद में इसी तरह से काम हो रहा था। अब विरोध करने पर धरातल पर काम होने लगा है।